लॉक डाउन में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया।
एसडीओपी, थाना प्रभारी द्वारा लाठी चार्ज करने पर एक वृद्ध की मृत्यु।
पुलिस चिकित्सकों पर दबाव बनाकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदलवाने की कोशिश कर रही है जबकि परिजन खुलेआम पुलिस पर लाठीचार्ज के आरोप लगा रहे हैं।
धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र के ग्राम गुजरी में आज सुबह ग्राम गोठानिया थाना महेश्वर से किराना लेने आए वृद्ध टीगू पिता बुदीया 65 वर्ष सामान खरीद रहे थे, तभी एसडीओपी एनके कंसोटिया, थाना प्रभारी राजकुमार यादव मौके पर पहुंचे और हाट बाजार में खरीदारी कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया।
किराना दुकान से खरीद कर लौट रहे टीगु पर लट्ठ बरसाए जिससे उसकी घटनास्थल पर मृत्यु हो गई।
एसडीओपी कंसोटिया, थाना प्रभारी राजकुमार यादव ने ताबड़तोड़ वृद्ध को धामनोद चिकित्सालय भेजा और कहा कि वृद्ध की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
जबकि प्रत्यक्षदर्शी और मृतक का परिवार पुलिस पर खुलेआम आरोप लगा रहे हैं कि एसडीओपी कंसोटिया ने लाठीचार्ज कराया।
जिसके कारण वृद्ध की मृत्यु हुई है। अब तक की मौत को अटैक बताने के लिए चिकित्सालय के चिकित्सकों पर दबाव बना रही है पुलिस।
इस संबंध में थाना प्रभारी राजकुमार यादव से चर्चा करना चाही तो उन्होंने कहा कि हमने कोई लाठी चार्ज नहीं किया है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि मृतक की मृत्यु पुलिस की लाठीचार्ज से नहीं पुलिस की गाड़ी पर लगे हूटर्स के सायरन बजने से गिरने से मृत्यु हुई है।
ब्यूरो रिपोर्ट इमरान खान।