अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश का अंतिम छोर नहीं बल्कि, प्रवेश द्वार: संजय पाठक
अनुपपुर से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
परिवहन चेकपोस्ट रामनगर में फिर हुई सरकारी लूट?
शहडोल संभाग अंतर्गत जिला अनूपपुर के पूर्व प्रभारी मंत्री संजय पाठक ने एक बार यह कहा था कि अनूपपुर जिला मध्यप्रदेश का सबसे अंतिम छोर नहीं, बल्कि प्रवेश द्वार माना जाए लेकिन उसी प्रवेश द्वार परिवहन चेकपोस्ट रामनगर में घुसते ही सरकारी तंत्र की लूट शुरू हो जाती है।
वहीं दूसरी ओर अनूपपुर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक इस लूट पर अंकुश लगाने का कोई प्रयास नहीं किया, ना ही यहां के जनप्रतिनिधियों ने इस लूट के लिए अभी तक किसी प्रकार से आवाज उठाई।
शहडोल। कोविड-19 को देखते हुए परिवहन विभाग ने चेक पोस्ट में किए जा रहे वाहनों के दस्तावेज की जांच पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन चेक पोस्ट में बैठे कर्मचारियों ने इसे अपना धंधा बना लिया है, इस बात को इस तरह भी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति न होगी की इस चेक पोस्ट में एक पर्ची पकड़ा कर 3000 से 3500 लूट की जा रही है। इस ओर अभी तक किसी जिम्मेदार अधिकारियों ने कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठाई।
चेकपोस्ट पर फिर चालू हुए टोकन:
शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के सबसे अंतिम छोर पर स्थित रामनगर परिवहन चेकपोस्ट में वाहन एंट्री के नाम पर वाहन मालिकों से 3000 से 3500 टोकन देकर पैसे की अवैध वसूली की जा रही है।
अनेक वाहन चालकों का यह दर्द है कि अगर वाहन मालिक के द्वारा पैसा देने पर मना किया जाता है तो चेक पोस्ट में बैठे प्राइवेट कर्मचारी सहित चेकपोस्ट के सरकारी कर्मचारी मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं, या फिर वाहन मालिकों के दस्तावेज ही चेक पोस्ट में जमा कर लिए जाते हैं। मजबूरन वाहन मालिक को 3000 से 3500 टोकन कटा आकर जाना पड़ता है।
तहसीलदार ने लगाई थी फटकार:
जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान एक ट्रक में मजदूरों को ले जाया जा रहा था, जैसे ही वह झिरिया टोला चेक पोस्ट में पहुंचा वैसे ही चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारी ने वाहन चालक से 1000 की वसूली कर ली थी, जिसकी शिकायत तहसीलदार कोतमा को की गई, मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने चेक पोस्ट के कर्मचारी को फटकार लगाते हुए वाहन को छोड़ने के निर्देश दिए थे और पैसे भी वापस करवाए थे, तब जाकर वहां से वाहन मालिक निकल पाया था।
महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इसकी जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों को ना हो, बावजूद अनूपपुर जिले में लूटने के लिए इन कर्मचारियों को खुला छोड़ दिया गया है।
ग्वालियर में बैठे अधिकारी ने भी लगाई थी फटकार:
जानकारी के मुताबिक झिरिया टोला चेक पोस्ट से गुजर रहे वाहन से अवैध वसूली को लेकर वाहन मालिक ने ग्वालियर में बैठे डिप्टी कमिश्नर को फोन पर पूरी जानकारी दी थी, जिस पर वाहन मालिक ने अपने ड्राइवर को लाइन में लेते हुए चेक पोस्ट में बैठे कर्मचारियों से बात कराने को कहा था, जिसमें साफ-साफ सुना जा सकता था कि नौकरी से सस्पेंड करने सहित डिप्टी कमिश्नर ने शब्दों का प्रयोग भी चेक पोस्ट में बैठे कर्मचारी के लिए किया था, बावजूद चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारी वसूली में बाज नहीं आ रहे हैं।
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आखिर कौन दिलाएगा इस लूट से निजात:
इस पूरे मामले में सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि चेक पोस्ट में चल रहे टोकन के नाम पर लूट को लेकर दर्जनों शिकायत सहित अनशन तक वाहन मालिकों ने कर चुका है लेकिन अभी तक यहां लूट बंद नहीं हो सकी है।
रामनगर चेकपोस्ट में कब बंद होगी लूट:
रामनगर चेकपोस्ट से गुजरने वाले कुछ वाहन चालकों से अग्निचक्र लाइव न्यूज़ चैनल प्रतिनिधि से हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया कि चेक पोस्ट में होने वाली जबरिया लूट को अनूपपुर जिले के सरकारी तंत्र की नाकामी मानी जाए या फिर अनूपपुर जिले के जनप्रतिनिधियों की नाकामी। जिसके चलते अभी तक वाहन मालिकों को लूटने का काम चेक पोस्ट रामनगर में जारी है, अब देखना होगा कि ये लूट आखिर कब तक बंद होती है।
यहां से आवाजाही करने वाले वाहन चालकों का कहना है कि एक बार यहां की लूट से बाकी होने के बाद हम उन्हें इस मार्ग पर आना पसंद नहीं करेंगे भले ही हमें नौकरी क्यों ना छोड़ना पड़े।
जागरूकजनों ने शासन प्रशासन के नुमाइंदों से अपेक्षा व्यक्त की है कि यहां गुप्त रूप से छापा मारकर चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारियों की जांच की जाए।