सत्य आखिर सत्य ही है,
डाइट कर्मचारियों ने जीत ली जंग, प्राप्त किया वेतन।
शहडोल से संभागीय ब्यूरो मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
कलेक्टर डॉ.सत्येन्द्र सिंह द्वारा 08 जून 2020 को नियमानुसार कार्यवाही कर संस्थान में पदस्थ वरिष्ठ एवं विज्ञप्त राजपत्रित अधिकारी प्राचार्य श्री आरके मंगलानी को पूर्व से प्राप्त वित्तीय अधिकार की अनुमति से वेतन भुगतान के बिल जनरेट किये जाने का रास्ता साफ हो गया था। संस्थान स्तर से प्राचार्य ने दिन और रात एक कर के नियमानुसार संपूर्ण कार्यवाही कर वित्त विभाग के एकीकृत वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (IFMIS) वेतन जनरेशन सॉफ्टवेर में वेतन भुगतान की कार्यवाही कर दी थी, जिससे डाइट संस्थान से जुड़े दो अन्य स्कूलों एवं जिला प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के कर्मचारियों को वेतन भुगतान श्री मंगलानी के पद में समाहित अधिकार वापसी के 08 जून 2020 आदेश के कुछ ही दिन में कर दिया गया था, परन्तु प्रदेश स्तर से IFMIS वेतन जनरेशन सॉफ्टवेर में प्रदेश के समस्त डाइट जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के वेतन सर्वर में आवंटित वेतन परिलिक्षित न होने के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा था जो अब किया जा चूका है, परन्तु असामाजिक तत्व वेतन जनरेशन प्रणाली और नियम, आदेश एवं पत्रों को जाने बिना एवं कुछ भी ना जानने का, सही सूचना नहीं प्राप्त करने का मनमाना रवैय्या अपनाते हुए उदासीनता से प्राचार्य एवं संस्थान के विरुद्ध अर्नगल बातें फैलाते रहे हैं। विचारों की अभिव्यक्ति का नकारात्मक उदाहरण पेश करने के लिए तत्पर ये उदासीन असामाजिक व्यक्ति कर रहे हैं। खुद की एवं अपने मत की छवि धूमिल।
प्रदेश में सबसे पहले डाइट शहडोल ने किया वित्त विभाग को सूचित, विभागीय वित्त नियंत्रक भोपाल ने की प्राचार्य मंगलानी की सक्रियता एवं तत्परता की तारीफ।
राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल को प्राचार्य आरके मंगलानी डाइट शहडोल के पत्र दिनांक 24 जून 2020 से सबसे पहले IFMIS वेतन जनरेशन सॉफ्टवेर में आ रही तकनीकी खराबी का पता चला एवं जब प्रदेश की अन्य सभी डाईटों से पूछने पर भी जब यही बात बताई गई तो राज्य शिक्षा केंद्र ने तीन दिन बाद दिनांक 27 जून 2020 को पत्र क्रमांक F-1/809 से प्रदेश कोष एवं लेखा संचालक को वेतन सर्वर की खराबी से अवगत करवाया। डाइट शहडोल के पत्र का उल्लेख किया, एवं जल्द से जल्द आगामी कार्यवाही के लिए अनुरोध किया और अब जब वेतन सर्वर में सुधार के बाद प्रदेश की समस्त डाइटों का वेतन भुगतान हो पा रहा है तो बताया जा रहा है की प्रदेश एवं वरिष्ठ कार्यालय स्तर से श्री मंगलानी की सक्रियता एवं तत्परता की तारीफ की जा रही है जिनके कारण डाइट शहडोल ही नहीं बल्कि प्रदेश की सभी डाइटों के कर्मचारियों का वेतन भुगतान समय पर हो रहा है।
प्राचार्य मंगलानी ने सक्रियता से की संस्थान स्तर से वेतन भुगतान की कार्यवाही, उनकी कार्यशैली से छात्र और कर्मचारी हमेशा से खुश। बताया जा रहा है प्राचार्य मंगलानी वित्तीय प्रबंधन सुचना प्रणाली (IFMIS) सॉफ्टवेयर एवं वित्तीय नियमों की काफी अच्छी जानकारी रखते हैं एवं सक्रियता एवं तत्परता से सारे कार्यों को समाधानकारक रूप से जल्द से जल्द निपटारे की दिशा में कार्य करते हैं एवं अपने डाइट के अनुभवों का सही इस्तेमाल करते हुए संस्थान के सभी कार्य सुचारू रूप से करते है, जिस कारण संस्थान में उनकी कार्यशैली की सभी तारीफ करते हैं।
यह भी बताया जा रहा है की श्री मंगलानी पूरा अप्रैल एवं मई कोरोना वारियर के रूप में जिला कोरोना कंट्रोल सेण्टर (ई-दक्ष केंद्र) में रात बारह बजे से सुबह आठ बजे तक ड्यूटी करते थे एवं दिन में संस्थान के कार्य किया करते थे एवं वह छुट्ठी भी बहुत कम लेते हैं, एवं हमेशा नियमानुसार जिला प्रशासन को अवगत कराकर अपना प्रभार संस्थान के अगले वरिष्ठ अधिकारी को सौंपते भी हैं तो पूरा दिन उनसे संस्थान के संचालन की जानकारी प्राप्त करते रहते हैं।