शहडोल SP की बड़ी कार्यवाही। एक बहुत बड़ा हादसा होने से रुका। काफी संख्या में पकड़े गए अपराधी।
शहडोल से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
शहडोल। पुलिस अधीक्षक श्री सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने जिले में अपनी पदस्थापना के साथ ही इस संबंध में अपनी प्रतिबद्धता एवं प्राथमिकता स्पष्ट कर दी थी कि पुलिस के व्यावसायिक आयामों के संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
आम जनता को एक सुरक्षित एवं अपराध मुक्त जीवन देना पुलिस की सर्वोपरि प्राथमिकता होगी।
पुलिस को विगत दिवस सूचना मिली कि कुछ जघन्य अपराधी हथियारों के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले हैं। शहडोल संभाग का बड़ा हथियार तस्कर ललवा कचेर इसी वारदात के लिए अपराधियों को हथियार सप्लाई करने के लिए आने वाला है। कुछ अपराधी बाहर के जिलों से अपने साथ लाएगा। पुलिस द्वारा पूरी सतर्कता बरतते हुए जिले की सभी टीमों को अलर्ट कर दिया गया। पुलिस द्वारा की गई ताबड़तोड़ दबिश देकर थाना सोहागपुर, बुढार और कोतवाली ने कई अपराधी हथियारों सहित गिरफ्तार किये गए हैं।
इनके विरूद्ध दर्ज हुआ मामला:
थाना सोहागपुर पंप पर डकैती की योजना बनाते हुए कुल 07 अपराधियों के खिलाफ थारा 399, 102, 307 भादवि तथा 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। जिनमें आरोपीगण ललवा कचेर उर्फ विजय सिंह तोमर पिता बुद्धसेन तोमर उम्र 60 वर्ष निवासी नागीद सतना, सद्दाम अली पिता अब्बुल रहमान उम्र 25 वर्ष निवासी पुट्टीवाड़ा शहडोल, प्रतीक सिंह पिता कृष्ण कुमार सिंह बघेल उम्र 25 वर्ष निवासी घरौला मोहल्ला शहडोल, घनश्याम तोमर पिता स्वर्गीय मोतीलाल तोमर उम्र 34 वर्ष निवासी वार्ड नं 6 शांतिमार्ग थाना कोतवाली जिला उमरिया, सूर्यकांत पिता गुड्डा वर्मा 34 वर्ष निवासी लालपुर थाना बुढ़ार, आरजू खान पिता मोहम्मद आजाद उम्र 26 वर्ष निवासी सिंहपुर रोड शहडोल, सोनू साहू पिता राजकुमार साहू उम्र 24 वर्ष निवासी घरौला मोहल्ला शहडोल कुल 07 नफर के विरूद्ध पंजीबद्ध किया गया है।
डकैती की बना रहे थे योजना:
पुलिस ने बताया कि आरोपी आरजू खान, सोनू साहू कार्यवाही के समय पुलिस पर कट्टे से फायर करते फरार होने में सफल हो गया, ललवा कचेर के कब्जे से 01 पिस्टल 7.65 एमएम बोर की एवं 03 कारतूस, सद्दाम अली के कब्जे से 01 पिस्टल 7.65 एमएम बोर की एवं 02 कारतूस, प्रतीक सिंह के कब्जे से एक बटनदार चाकू तथा घनश्याम के कब्जे से एक बटनदार चाकू एवं सूर्यकांत पिता गुड्डा वर्मा के कब्जे से 01 देशी कट्टा 315 बोर व 02 जिंदा कारतूस बरामद होने पर जप्त किया गया है।
मौके पर खड़ी महिन्द्रा जीप को भी घटनास्थल से बरामद किया गया है। उपरोक्त आरोपीगणों में ललवा कचेर उर्फ विजय सिंह तोमर जो मूलत: नागौद सतना का निवासी है। वहां इसके विरूद्ध अनेकों अपराध पंजीबद्ध हैं तथा वहां का हिस्ट्रीशीटर है, इसके विरुद्ध थाना बुढ़ार और अमलाई में डकैती की तैयारी और आर्म्स एक्ट के तहत पूर्व से अपराध पंजीबद्ध हैं। जिला खरगौन में भी इसके विरूद्ध कई संगीन मामले पंजीबद्ध होकर न्यायालय में विचाराधीन हैं।
यह अपराधी हथियार सप्लाई करने में माहिर है तथा उपरोक्त जिलों में ज्यादातर मामले हथियार सप्लाई से जुड़े हुए हैं। शहडोल में काफी समय से सक्रिय होकर यहां के अपराधियों को अपराथ घटित करने हेतु हथियार की सप्लाई इसी के द्वारा की जाने की लगातार सूचनाएं प्राप्त होती रही हैं।
आरोपी सद्दाम अली जो फरार:
अपराधी आरजू खान का दाहिना हाथ कहा जाता है तथा पिछले 04-05 वर्षों से जिले में सक्रिय हैं। अक्सर सशस्त्र होकर ही चलता है तथा अवैध रेत और कोयला उत्खनन परिवहन का कार्य करता है। इसके विरूद्ध हत्या का प्रयास जैसे संगीन अपराधों के अलावा आर्म्स एक्ट, मारपीट, गुंडागर्दी के कुल 11 अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपी प्रतीक सिंह के विरूद्ध भी मारपीट, आर्म्स एक्ट, गुंडागर्दी आदि के संगीन अपराथ जिले के थानों में पंजीबद्ध हैं, अब तक इसके विरूद्ध कुल 08 अपराध पंजीबद्ध किये गए हैं, जो न्यायालयों में विचाराधीन हैं।
आरजू-सोनू हुए फरार आरोपी सूर्यकांत उर्फ गुड़्डा के विरूद्ध भी थाना बुढ़ार में कई अपराध पंजीबद्ध हैं। फरार आरोपी आरज़ू खान एवं सोनू साहू के विरूद्ध जिले में एवं जिले से बाहर कई संगीन अपराध पंजीबद्ध हैं। दोनों के द्वारा अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के अलावा गुंडा टैक्स वसूली, मारपीट तथा आर्म्स लेकर भयभीत करने जैसे अपराधों के अलावा हत्या का प्रयास के कई मामले पंजीबद्ध होकर न्यायालय में विचाराधीन हैं, दोनों फरार आरोपीगणों की तलाश हेतु टीम गठित की गई है। शीघ्र ही दोनों आरोपीगणों को गिरफ्तार किया जायेगा।
नरेश कोल चढ़ा पुलिस के हत्थे :
कोतवाली और बुढ़ार पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ बदमाशों के पास भी हथियार दिए गए हैं और वे भी गंभीर वारदातों को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस जानकारी के आधार पर बुढ़ार एवं कोतवाली थाना क्षेत्रो में भी थरपकड़ की कार्यवाही की गई। बुढ़ार पुलिस को 06 जुलाई को सूचना मिली थी कि शहडोल का कुख्यात बदमाश नरेश उर्फ रामनरेश कोल पिता रामगिलन कोल उम्र 50 वर्ष निवासी एमपीईबी कॉलोनी चचाई जिला अनूपपुर द्वारा ग्राम कटकोना में बुढ़ार शहडोल मार्ग पर आदित्य इंटरप्राईसेस के बगल में पुराने खण्डहरनुमा भवन में काफी मात्रा में गांजा रखा हुआ है, जिसे बिक्री हेतु शहडोल की ओर ले जायेगा। सूचना के बाद उक्त स्थान पर थाना बुढ़ार की पुलिस टीम द्वारा छापामार कार्यवाही की गई। जिसमें आरोपी नरेश कोल के कब्जेे से 01 देशी कट्टा, 01 कारतूस, 02 नग मोबाईल तथा खण्डहरनुमा मकान में अंदर की तरफ एक सफेद रंग की बोरी में 20.5 किलोग्राम गांजा जप्त किया गया है। आरोपी नरेश कोल उर्फ रामनरेश कोल पिता राममिलन कोल उप्र 50 वर्ष निवासी एमपीईबी कॉलोनी चवाई जिला अनूपपुर के विरूद्ध एनडीपीएस की धारा 8, 20 एवं 25/27 आयुध अधिनियम का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। नरेश कोल लम्बे समय जेल में रहा है। अब वह बड़ी तेजी से धन कमाने की होड़ में सक्रिय हो रहा था। अवैध रेत व कोयला उत्खनन, गांजा विक्रय, हथियार सप्लाई एवं गुण्डा टैक्स वसूली के माध्यम से वह पैसा कमाने की फिराक में रात-दिन सक्रिय था।
शहडोल रीवा संभाग का कुख्यात हथियार सप्लायर, जिला सतना थाना नागौद के निगरानी बदमाश ललवा कचेर के साथ लगातार संपर्क में बना हुआ था।
दुर्दांत अपराधी है नरेश कोल:
शहडोल के कुख्यात अपराधियों आरजू खान, सोनू साहू, प्रतीक सिंह आदि के साथ गैंग बनाकर बड़ी वारदात करने के षडय़ंत्र में भी लगा हुआ था। गांजा तस्करी के लिए जिले के पुराने तस्कर रोहित शर्मा के साथ संपर्क बनाए हुए था। पुलिस की लगातार इन पर नजर बनाये हुए थी, इसी के चलते कल इसे गंभीर आपराधिक कृत्य में संलग्न रहते हुए दबोच लिया गया। नरेश कोल इस क्षेत्र का अत्यंत ही खूंखार एवं दुर्दांत अपराधी है। इसके विरूद्ध संभाग स्तर पर शहडोल जिले में कुल 21 अपराध एवं अनूपपुर जिले में 25 अपराध और थाना पाली जिला उमरिया में 01 अपराध पंजीबद्ध हैं। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अवैथ हथियार रखने, हथियार के साथ गुंडा टैक्स वसूली, मारपीट, लूट-डकैती आदि शामिल हैं। नरेश कोल कई बार काफी लंबे समय तक रीवा एवं शहडोल की जेलों में सजा काट चुका है। इसके बावजूद भी इसकी आदतों में कोई सुधार नहीं हो रहा था। पिछले कई दिनों से पुलिस के मुखबिर तंत्र से आरोपी नरेश कोल के अवैध कार्यों एवं आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी।