मध्यप्रदेश में इन 6 चरणों में वापस शुरू होगी स्कूलों में पढ़ाई।
साभार: राकेश साहू वरिष्ठ पत्रकार धार।
भोपाल। कोरोना संक्रमण के कारण इस सत्र में अब तक स्कूल नहीं खुल पाए। ऑनलाइन कक्षा लगाकर पढ़ाई कराई जा रही है। अब स्कूल खोलने को लेकर गाइडलाइन तैयार की जा रही है। छह चरणों के प्रारूप के तहत इस साल स्कूल खुलने पर न तो प्रार्थना सभा होगी और ना ही वार्षिकोत्सव का आयोजन होगा। स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश के स्कूलों को खोलने को लेकर गाइडलाइन तैयार कर शासन से अनुमति लेने के लिए प्रारूप तैयार कर भेज दिया है।
सितंबर से स्कूल खुलने की संभावना है। ऐसे में विभाग प्रारूप को अंतिम रूप देने में लगा है। कोरोना संक्रमण के बीच स्कूलों को दोबारा खोलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। विभाग ने अपनी गाइडलाइन का ड्राफ्ट शासन को सौंप दिया है। इसके तहत बताया गया है कि स्कूल खुलने पर पढ़ाई का सिलसिला किस तरह शुरू होगा और विद्यार्थियों, अभिभावक और शिक्षकों के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा। विभाग ने सम और विषम संख्या में विद्यार्थियों को बांटकर एक दिन छोड़कर बुलाया जाएगा।
गृह कार्य अधिक दिए जाएंगे:
विभाग ने प्रारूप में यह तय किया है कि कक्षा में विद्यार्थियों के बीच 6 फीट की दूरी जरूरी होगी। एक कमरे में 15 या 20 विद्यार्थी होंगे। विद्यार्थियों को सम-विषम के आधार पर बुलाए जाएंगे, लेकिन गृह कार्य प्रतिदिन देना होगा। कोई भी विद्यार्थी अपना सीट न बदलें, इसके लिए डेस्क पर नाम लिखा होगा। कक्षा को रोजाना सैनिटाइज करना होगा, यह सुनिश्चित करना प्रबंधन का काम होगा। स्कूल में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों और स्टाफ की स्क्रीनिंग होगी। स्कूल के बाहर खाने-पीने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल या खाना शेयर करने की मनाही होगी। सभी को अपना पानी साथ लाना होगा। हर विद्यार्थी के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा। स्कूल में सुरक्षित शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा।
इन छह चरणों में शुरू होगी पढ़ाई:
पहले चरण:
में 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
दूसरा चरण:
एक हफ्ते बाद नौवीं और दसवीं की पढ़ाई शुरू होगी।
तीसरे चरण: में दो हफ्ते बाद छठी से लेकर आठवीं तक की कक्षाएं शुरू होंगी।
चौथा चरण:
इसके तीन हफ्ते बाद तीसरी से लेकर पांचवीं तक की पढ़ाई होने लगेंगी।
पांचवां चरण:
पहली और दूसरी कक्षाओं की शुरुआत का होगा।
छठे चरण:
में पांच हफ्ते बाद अभिभावकों की मंजूरी के साथ नर्सरी और केजी की कक्षाएं शुरू होंगी।
कंटेनमेंट जोन के स्कूल ग्रीन जोन बनने तक बंद ही रहेंगे:
स्कूल खोलने को लेकर ड्राफ्ट तैयार किया गया है, लेकिन अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
लोकेश कुमार जाटव, आयुक्त,
राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल।