बिलासपुर से ईश्वर जांगड़े की रिपोर्ट।
बिलासपुर में कोरोना विस्फोट के बाद अब स्थिति अनियंत्रित होती जा रही है। बिलासपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए पुराने जिला अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है। वहीं एहतियात के तौर पर रेलवे अस्पताल और अन्य अस्पतालों को भी इसके लिए तैयार रखा गया। पिछले दिनों संभागीय कोविड अस्पताल में बिस्तर खाली ना होने पर कुछ मरीजों को रेलवे अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन उनके ठीक होकर डिस्चार्ज होने के बाद लंबे समय से रेलवे अस्पताल में कोई भी मरीज भर्ती नहीं था।
यही कारण है कि रेलवे अस्पताल सड़क पर जो बेरिकेट लगाए गए थे उसे भी हटा दिया गया था। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद एक बार फिर से स्थिति बदल गई है। पता चला है कि कोविड अस्पताल के सभी 100 बिस्तर फुल हो चुके हैं। जिसके बाद रेलवे अस्पताल में भी 50 कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करना पड़ा है।
यहां कुल 75 बेड हैं यानी अब केवल 25 बेड ही शेष हैं। अगर और भी संक्रमित पाए गए तो फिर प्रशासन की मुश्किलें बढ़ जाएगी और उन्हें अन्य निजी अस्पतालों में भी मरीजों को शिफ्ट करना होगा।
वहीं रेलवे अस्पताल में एक बार फिर से कोरोना संक्रमित मरीजों की भर्ती के बाद रेलवे अस्पताल पहुंच मार्ग को बंद कर रोक दिया गया है। रेलवे इंडोर अस्पताल के आसपास लोगों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगा दी गई है।