कोरोना वायरस संकट के बावजूद 2020 की पहली तिमाही में लैंक्सेस ने दिखाई मजबूती।
नागदा से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
• पिछले वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में बिक्री में थोड़ी-सी कमी आई और यह 1.704 बिलियन यूरो रही।
• ईबीआइटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 9.9 प्रतिशत गिरकर 245 मिलियन यूरो रहा
• ईबीआइटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स 14.4 प्रतिशत पर रहा
• करंटा में हिस्सेदारी की बिक्री के बाद तरलता की मजबूत स्थिति बेहतर होकर करीब 3 बिलियन यूरो हो गई।
• पूर्ण वर्ष के लिए समायोजित सलाह: ईबीआइटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 800 मिलियन यूरो से 900 मिलियन यूरो के बीच रहने की उम्मीद।
कोरोनो वायरस महामारी के चलते बने कमजोर आर्थिक माहौल के बावजूद स्पेशल्टी केमिकल्स कंपनी लैंक्सेस वर्ष की पहली तिमाही में दमदार साबित हुई है। नए कंज्यूमर प्रोटेक्शन सेगमेंट और स्पेशल्टी एडिटिव्स सेगमेंट में इसकी कमाई सकारात्मक रूप से विकसित हुई। इसने कोरोनावायरस संकट के असर को उल्लेखनीय रूप से कम किया। खासतौर पर अमेरिकी डॉलर की ओर से विनिमय दर प्रभाव का भी सकारात्मक असर पड़ा। इसके विपरीत, कोरोनोवायरस संकट के नतीजतन ऑटोमोटिव उद्योग की तरफ से मांग में आई और गिरावट ने विशेष रूप से इंजीनियरिंग मटेरियल सेगमेंट में कमाई पर नकारात्मक असर छोड़ा। ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 9.9 प्रतिशत गिरकर 272 मिलियन यूरो से 2020 की पहली तिमाही में 245 मिलियन यूरो रह गया। ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व वर्ष की तिमाही में 15.7 प्रतिशत था, जो इस बार 14.4 प्रतिशत रहा।
लैंक्सेस एजी के प्रबंधन मंडल के चेयरमैन मैथियास जैशर्ट ने कहा, “मुख्य रूप से अपने संतुलित पोर्टफोलियो की बदौलत हम अब तक कोरोनोवायरस महामारी के आर्थिक प्रभावों को हद में रख सके हैं। हम जानते हैं कि हम अभी तक संकट के चरम पर नहीं पहुंचे हैं। बहरहाल, हम अच्छी तरह से तैयार महसूस करते हैं, क्योंकि हमारी स्थिति सुदृढ़ और स्थिर है और हमने संकट प्रबंधन के लिए व्यापक उपाय किए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे कर्मचारी आमतौर पर स्वस्थ हैं और हमारे संयंत्र चल रहे हैं।”
समूह की बिक्री 2020 की पहली तिमाही में 1.704 बिलियन यूरो रही, जो पिछले वर्ष के 1.738 बिलियन यूरो के आंकड़े से थोड़ी कम है। जारी परिचालनों से होने वाली शुद्ध आय 27.6 प्रतिशत घट गई। 87 मिलियन यूरो के मुकाबले यह 63 मिलियन यूरो रही।
लैंक्सेस का अनुमान है कि दूसरी और तीसरी तिमाही में कोरोनोवायरस महामारी का प्रभाव और गहराएगा। वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर कंपनी को उम्मीद है कि दूसरी तिमाही के लिए ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 200 मिलियन यूरो से 250 मिलियन यूरो के बीच होगा। समग्र रूप से 2020 के लिए, लैंक्सेस ने अब एबिट्डा प्री एक्सेप्शनल्स 800 मिलियन यूरो से 900 मिलियन यूरो के बीच रहने का अनुमान लगाया है। कंपनी पहले 900 मिलियन यूरो से 1 बिलियन यूरो के बीच वार्षिक आय की उम्मीद कर रही थी। पिछले वर्ष में, लैंक्सेस ने 1.019 बिलियन यूरो ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स अर्जित किया था।
कोरोनोवायरस संकट से निपटने के लिए किए हैं व्यापक उपाय
कोरोनावायरस संकट की शुरुआत में ही लैंक्सेस ने कंपनी पर पड़ने वाले इसके असर को कम करने के लिए कई तरह के उपाय कर लिए थे। कंपनी के लिए कर्मचारियों का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है। साफ-सफाई के सख्त नियम-कायदे, कार्यालय के अधिकांश कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की सुविधा, और शिफ्ट मॉडल में बदलाव जैसे सुरक्षात्मक उपायों के चलते लैंक्सेस कर्मचारियों के बीच संक्रमण दर मामूली बनी हुई है। अब तक, दुनिया भर में इसके 31 कर्मचारी संक्रमित हुए हैं – और उनमें से 27 ठीक भी हो चुके हैं।
कंपनी की डिलीवरी करने की क्षमता पर आज तक शायद ही कोई असर पड़ा हो। सबसे बड़ी उत्पादन फैसिलिटीज में कामकाज लगातार जारी है। केवल चीन, इटली, भारत और अर्जेंटीना में ही संयंत्रों को अस्थायी रूप से बंद किया गया है। इनमें से कुछ मामलों में सरकारी जरूरतों के आधार पर ऐसा किया गया।
स्पेशल्टी केमिकल्स कंपनी ने अपनी पहले से ही अच्छी नकदी (तरलता) की स्थिति को और मजबूत करने के लिए भी अहम कदम उठाए हैं। अप्रैल में, लैंक्सेस ने घोषणा की कि वह अगली सूचना तक अपने शेयर बाय-बैक प्रोग्राम को स्थगित कर रही है। कंपनी वित्तीय वर्ष 2020 में लागत अनुशासन के माध्यम से 50 मिलियन यूरो से 100 मिलियन यूरो के बीच बचत भी करेगी और परियोजनाओं को टालकर अपने निवेश बजट में करीब 50 मिलियन यूरो की कमी लाएगी। 30 अप्रैल, 2020 को करंटा में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए लैंक्सेस को 780 मिलियन यूरो (शुद्ध ऋण और पेंशन की कटौती के बाद) की इक्विटी वैल्यू और 150 मिलियन यूरो की लाभ हिस्सेदारी (दोनों टैक्स पूर्व) हासिल हुई।
लैंक्सेस एजी के मुख्य वित्तीय अधिकारी माइकल पोंटज़ेन कहते हैं, “कोरोनोवायरस महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए उच्च तरलता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। करंटा में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए हमने अपनी पहले से मजबूत तरलता की स्थिति को अब लगभग 3 बिलियन यूरो तक बढ़ा लिया है।”
सुपरवायजरी बोर्ड, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट और शीर्ष प्रबंधन स्तर के प्रतिफल में कटौती
कोरोना संकट के चलते पैदा हुईं बड़ी चुनौतियों के जवाब में, लैंक्सेस के सुपरवायजरी बोर्ड, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट और शीर्ष प्रबंधन ने अपने प्रतिफल (कंपनसेशन) के कुछ हिस्सों को छोड़ने का फैसला किया है। सुपरवायजरी बोर्ड के सदस्य अपने कंपनसेशन का 20 प्रतिशत छोड़ेंगे। बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट और शीर्ष प्रबंधन स्तर के सदस्यों के मामले में कटौती उनके बोनस से संबंधित है। बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्यों को अधिकतम 50 प्रतिशत पेआउट दर प्राप्त होगी, जबकि शीर्ष प्रबंधन स्तर के लिए यह दर 25 प्रतिशत तक कम हो जाएगी।
नए कंज्यूमर प्रोटेक्शन सेगमेंट ने दर्ज की दमदार आय
लैंक्सेस कंज्यूमर प्रोटेक्शन उत्पादों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का इरादा रखता है और इसलिए इसने अपने रिपोर्टिंग ढांचे को समायोजित किया है। साल्टिगो, मटेरियल प्रोटेक्शन प्रोडक्ट्स और लिक्विड प्यूरीफिकेशन टेक्नोलॉजीज की व्यावसायिक इकाइयां नया कंज्यूमर प्रोटेक्शन सेगमेंट बनाती हैं, जिसने पूर्व के परफॉर्मेंस केमिकल्स सेगमेंट की जगह ली है। इसी के साथ ही, इनऑर्गनिक पिगमेंट्स बिजनेस इकाई अब एडवांस्ड इंटरमिडिएट्स सेगमेंट का हिस्सा है। पिछले वर्ष के आंकड़े इसके अनुरूप फिर से बयान किए गए हैं।
कोरोनोवायरस महामारी के चलते खासतौर पर एशियाई क्षेत्र से एडवांस्ड इंडस्ट्रियल इंटरमिडिएट्स बिजनेस यूनिट में कमजोर मांग के कारण एडवांस्ड इंटरमिडिएट्स सेगमेंट नकारात्मक रूप से प्रभावित रहा। इनऑर्गेनिक पिगमेंट्स बिजनेस यूनिट में बिक्री की उच्च मात्रा और लाभप्रद विनिमय दरें इसकी भरपाई के लिए पर्याप्त नहीं थीं। 584 मिलियन यूरो से बिक्री 4.5 प्रतिशत गिरकर 558 मिलियन यूरो रह गई। पिछले वर्ष के 105 मिलियन यूरो के मुकाबले ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 16.2 प्रतिशत नीचे, 88 मिलियन यूरो पर रहा। ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व वर्ष की तिमाही के 18.0 प्रतिशत की तुलना में 15.8 प्रतिशत रहा।
इसके विपरीत, चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद स्पेशल्टी एडिटिव्स सेगमेंट में बिक्री और कमाई बढ़ी। विशेष रूप से, ब्रोमीन रसायनों के अच्छे व्यापार और सकारात्मक विनिमय दरों के प्रभाव ने कोरोनोवायरस के चलते ऑटोमोटिव सेक्टर में आई कमजोर मांग की कुछ हद तक भरपाई कर दी। बिक्री 485 मिलियन यूरो से 2.9 प्रतिशत बढ़कर 499 मिलियन यूरो तक पहुंच गई। ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व वर्ष के आंकड़े 83 मिलियन यूरो से 2.4 प्रतिशत अधिक, 85 मिलियन यूरो पर रहा। 17.0 प्रतिशत ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में लगभग स्थिर रहा।
नए कंज्यूमर प्रोटेक्शन सेगमेंट ने भी 2020 की पहली तिमाही का सफल समापन किया। विशेष रूप से मटेरियल प्रोटेक्शन प्रॉडक्ट्स व्यवसाय इकाई में कीटाणुनाशकों के दमदार व्यवसाय की बदौलत ऐसा हो पाया। लाभप्रद विनिमय दर के प्रभाव और ब्राजील के बायोसाइड निर्माता आईपीईएल के अधिग्रहण से सकारात्मक पोर्टफोलियो प्रभाव का फायदा भी इसे मिला। बिक्री 264 मिलियन यूरो से 5.7 प्रतिशत बढ़कर 279 मिलियन यूरो रही। ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व वर्ष के आंकड़े 60 मिलियन यूरो से 11.7 प्रतिशत बढ़कर 67 मिलियन यूरो रहा। पिछले वर्ष के 22.7 प्रतिशत की तुलना में ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स 24.0 प्रतिशत के मजबूत स्तर पर रहा।
कोरोनोवायरस महामारी के चलते ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की तरफ से कमजोर मांग के कारण इंजीनियरिंग मटेरियल्स सेगमेंट में बिक्री और आय में दिक्कत रही। बिक्री 382 मिलियन यूरो के पूर्व वर्ष के आंकड़े से 9.2 प्रतिशत गिरकर 347 मिलियन यूरो रही। ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 24.6 प्रतिशत घटकर 65 मिलियन यूरो से 49 मिलियन यूरो हो गया। 14.1 प्रतिशत ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व-वर्ष की तिमाही में दर्ज 17.0 प्रतिशत के आंकड़े से कम रहा।