कर्मवीर डॉक्टरों का शिवसेना की तरफ से किया गया सम्मान।
भिवंडी से मुस्तकीम खान की रिपोर्ट।
◼️कोरोना काल मे भी डॉक्टर दंपत्ती ने निडर होकर किया जनता का इलाज।
◼️मानव सेवा ही सच्चा धर्म मानकर कभी भी नहीं किया अस्पताल को बंद।
भिवंडी के खंडूपाड़ा इलाके में स्थित आफरीन अस्पताल के कर्मवीर डॉक्टर दंपत्ती और स्टॉफ़ का शिवसेना की तरफ से जोरदार स्वागत किया गया।
निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने जहां कोरोना के भय से किसी भी मरीज का इलाज करने में गुरेज कर रहे थे। वहीं इस अस्पताल के डॉक्टर दंपत्ती कोरोना काल में भी निडर होकर जनता का इलाज करने में कभी कोताही नहीं की। जिसकी शहर में सराहना हो रही है।
मालूम हो कि भिवंडी के खंडूपाड़ा इलाके में स्थित आफरीन अस्पताल को डॉ.मेराज मोमिन और उनकी पत्नी डॉ.फरहीन मेराज मोमिन द्वारा चलाया जाता है।
भिवंडी में फैले कोरोना के भय से खुद संक्रमित होने के भय से शहर के तमाम निजी अस्पताल और दवाखाना वाले डॉक्टर अपने दवाखानों को बंदकर भूमिगत हो गए थे लेकिन आफरीन अस्पताल के कर्मवीर इस डॉक्टर दंपत्ती ने निडर होकर अस्पताल को चालू रखकर मरीजों का इलाज दिनरात करते रहे।
इस दौरान इस अस्पताल में सैकड़ों मरीज भर्ती होने के बाद स्वस्थ होकर बाहर निकले। जिसके बाद जनता में इस अस्पताल को लेकर विश्वास बढ़ गया है।लगातार तीन माह से खुद के जीवन की परवाह न कर दूसरों का जीवन बचाने की कोशिश में जुटे इस अस्पताल के ढोकर दंपत्ती का भिवंडी शिवसेना अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से शॉल पहनाकर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।
शिवसेना की तरफ से डॉक्टर को सेनेटाइजर स्टैंड भेंट किया गया। इसके अलावा डॉक्टर दंपत्ती के हाथों केक कटवाकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान डॉ.मेराज मोमिन और उनकी पत्नी डॉ.फरहीन मोमिन ने कहा कि डॉक्टर होने के कारण उनका धर्म है कि मरीजों का इलाज करना और हमने अपने धर्म का इस दौरान निर्वाहन किया। इस मौके पर शिवसेना के तरीक काजी, नईम अंसारी, जमालुद्दीन यासीन मोमिन, इस्माइल ठोडगे, तल्हा मोमिन, मालिक अंसारी सहित सबीना बानो मौजूद थी।