इंजीनियर पिता पुत्र ठेकेदार सोहागपुर जनपद के हाल बेहाल।
शहडोल से मोहित तिवारी की रिपोर्ट।
जब सैंया होय कोतवाल तो डर कहे का कहावत चारीरतार्थ होती नजर आती।
कोविड 19 से आज पूरा देश लड़ रहा है। कोरोना जिसके कहर से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी नही बच पाए जो इतनी सुरक्षा व्यवस्था में रहते है तो आम आदमी की क्या बात है लेकिन ग्राम पंचायतों में कराए जा रहे निर्माण कर्यो में बिना मास्क काम करते मजदूर नजर आ रहे हैं।
ऐसे में ठेकेदार की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। पंचायतों को साफ सुथरा स्वच्छ रखने हेतु प्रधानमंत्री द्वारा विभिन तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायतों में जारी राशि का दुरुपयोग भरपूर दुरुपयोग किया जा रहा है। सोहागपुर जनपद पंचायत से जब कोई ठेका निकलता है तो इंजीनियर पुत्र को दे दिया जाता है।
इतना ही नहीं साहब पर भ्रष्टाचार के कई आरोप भी लग चुके हैं। आरोप प्रमाणित होने के बाद निलबिंत भी हुए हैं पर भारत की लचीली कानून व्यवस्था का फायदा उठा पुनः स्टे की आड़ में पद में आसीन हो गए।
शहडोल। जनपद पंचायत सोहागपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत केलमानिया में इन दिनों नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा है। नाली निर्माण के कार्यो में व्यापक तौर पर अनिमियतता बरती जा रही है। जिसे लेकर जनपद मुख्यालय में बैठे अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है या फिर कहें देख कर भी अन देखा कर रहे हैं।
जब नाली निर्माण कार्य के बारे में वहां कार्य कर रहे मजदूरों से पूछा गया तो कई हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए। मजदरों ने कहा कि ये पूरा काम सोहागपुर जनपद के उपयंत्री मनोज शुक्ला देख रहे हैं और नाली निर्माण का कार्य आकाश शुक्ला द्वारा कराया जा रहा है जो मनोज शुक्ला उपयंत्री के पुत्र हैं। हैरान कर देने वाली बात है कि जनपद से कोई भी कार्य निकलता है तो उपयंत्री पुत्र द्वारा कराया जाता है। जबकि उस कार्य का मूल्यांकन पिता को ही करना है।तो आप खुद ही सोच सकते हैं वो कार्य कितना सही होगा।
बिना मास्क कर रहे मजदूर कार्य:
ग्राम पंचायत केलमानिया में सचिव की नाक के नीचे बिना मास्क लगाए मजदूरों द्वारा कार्य किया जा रहा है। पूरा निर्माण कार्य सचिव की देख रेख में धड़ल्ले से चल रहा है।
बिना रायलती की अवैध रेत:
निर्माण कार्य हेतु नदियो से अवैध रेत निकाली जा रही है जिस पर मज़दूरों का कहना है कि बंधवा के क्रेशर संचालक द्वारा उन्हें रेत उपलब्ध कराई जाती है।
पूर्व में हो चुके हैं निलंबित मनोज शुक्ला।
राजहा तालाब सिंहपुर में निर्माण कार्य में बरती गयी लापरवाही को लेकर कमिश्नर द्वारा इन्हें निलबिंत भी किया जा चुका है।