रहटगांव। घर में ही पूजा अर्चना कर पालना झूला कर भुजरिया को किया विसर्जन।

रहटगांव। घर में ही पूजा अर्चना कर पालना झूला कर भुजरिया को किया विसर्जन।

रहटगांव से नीलेश गौर की रिपोर्ट।

रहटगांव महामारी के चलते राखी के त्यौहार के अगले दिन भुजरिया का पर्व मनाया गया। शासन के नियमों का पालन करते हुए समस्त ग्रामीण जनों ने एवं माताओं बहनों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। साथ ही भुजरिया की सर्वप्रथम अपने घरों में पूजन अर्चना की जिसके उपरांत भुजरिया को पालने में झूला झूला कर आंगन में लाकर सभी घर के सदस्य एवं बहनों द्वारा परिक्रमा देख कर पूजा अर्चना की गई जिसके उपरांत अलग-अलग समय पर सभी के घरों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक के बाद एक सीधे अपने घरों से नदी में जाकर पूजा-अर्चना कर विसर्जन की गई।

Worship at home and worship after worship and immersing the bhujriya.

समस्त ग्रामीणों द्वारा एक एक करके मंदिरों में भुजरिया चढ़ाई और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। वही पुरानी प्रथा को खत्म भी किया गया जो बहुत ही लंबे समय से चली आ रही थी जब किसी परिवार में कोई खत्म हो जाता था तो परंपरा थी भुजरिया डालने जाने की। इस महामारी को देखते हुए समस्त तहसील क्षेत्र में प्रशासन द्वारा एवं समस्त ग्रामीणों द्वारा इस प्रथा को खत्म किया गया।

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शांति पूर्वक भुजरिया पर्व मनाया गया जिस उपरांत प्रशासन भी अपनी सुरक्षा की दृष्टि से मौजूद रहा। रहटगांव तहसीलदार संगीता महतौ, थाना प्रभारी अनुराग लाल, संतोष भदौरिया, राहुल राजपूत, ओमप्रकाश पांडे, पटवारी दिनेश इवने, पटवारी अंकित गौर, पटवारी अरुण मैहरा, पटवारी राहुल परमार, सचिव कैलाश बिलारे, सरपंच ओमप्रकाश अग्रवाल, उप सरपंच रामखिलोन गौर समस्त थाना स्टाफ एवं ग्रामीण माताएं बहने मौजूद रहे।

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