कोरोना जांच के लिए वाराणसी में बढ़ाई जा रही लगातार टीमें।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
आबादी के बड़े हिस्से की संभव होगी कोरोना जांच।
वाराणसी। जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा ने कोरोना की निःशुल्क जांच का दायरा बढ़ाते हुये आबादी में अधिक से अधिक लोगों विशेषकर कोरोना पॉज़िटिव के संपर्कियों, कोरोना से मिलते जुलते लक्षणों वाले, कोमोर्बिड मरीजों जैसे डायबिटीज़, हाईपर्टेंशन, हृदय रोग, कैंसर आदि एवं निजी क्षेत्र में बड़े समूहों में कार्य करने वाले व्यक्तियों, उद्योग धंधों में कार्य करने वाले व्यक्तियों, निजी चिकित्साकर्मियों, पुलिस संवर्ग, शिक्षा संवर्ग इत्यादि तक जांच की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 2 सदस्यीय अतिरिक्त 28 टीमों का गठन कराया है।
इनके द्वारा रैपिड टेस्ट एंटीजन किट से स्थल पर ही जांच और आरटीपीसीआर जांच हेतु नमूने लिए जाएंगे। इस क्रम में आज 57 एलए का प्रशिक्षण मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में हुआ। इन्हें आगामी दो दिन तक फील्ड में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। तदोपरांत इन टीमों द्वारा कोरोना की जांच का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से काशी विद्यापीठ, माधोपुर, पाण्डेयपुर, काइटोंमेंट, शिवपुर, चौक, सदर बाजार, दुर्गाकुंड, अर्दली बाजार, सिकरौल, मंडूआडीहा, जैतपुरा, बजरडीहा, भेलूपुर, अशफाकनगर, आनंदमई, टाउनहॉल, चौंकाघाट इत्यादि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के क्षेत्रों में बढ़ते हुये कोरोना पॉज़िटिव मरीजों के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग को आगे और जांच टीमों को बढ़ाने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व जिलाधिकारी ने सात प्राइवेट हॉस्पिटलों में पहुँचने वाले गंभीर मरीजों जिन्हें तत्काल भर्ती कर इलाज या इमरजेंसी ऑपरेशन या किसी अन्य प्रोसीजर की जरूरत है। उनके कोरोना की निःशुल्क जांच के लिए हॉस्पिटलों को रैपिड टेस्ट एंटीजन किट उपलब्ध कराया है। आज इन प्राइवेट हॉस्पिटलों के लैब टेकनीशियनों को सीएमओ कार्यालय में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.संजय राय के संयोजन में पैथालोजिस्ट डॉ दीपिका चतुर्वेदी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
संबन्धित हॉस्पिटलों को एंटीजन किट से जांच के उपरांत रिजल्ट ऑनलाइन पोर्टल पर अंकित करना अनिवार्य होगा।