भजन मंडल ने सजायी बाल रुप श्रीकृष्ण की झाँकी।
मिट्टी और भारत में निर्मित खिलौनों का उपयोग कर आत्म निर्भर भारत के मंत्र को अपनाया।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
वाराणसी। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के सुअवसर श्रीलाट भैरव भजन मंडल द्वारा तेलियाना स्थित क्लब सभागार में मनमोहक झाँकी सजायी गयी। झूले पर भगवान श्रीकृष्ण की बाल रुप प्रतिमा को स्थापित कर आकर्षक ढंग से श्रृंगार किया गया।
रामनामी दुपट्टे का प्रयोग करते हुये पूरे सभागार को रंगीन झालरों, फ़ूलों, कामिनी और अशोक की पत्तियों से सजाया गया था। सजावट के लिये मिट्टी खिलौनों के साथ ही भारत में निर्मित खिलौने का प्रयोग कर आत्म निर्भर भारत के मंत्र को अपनाया गया। कोरोना महामारी से मुक्ति हेतु बार बार प्रार्थना की गयी।
इस अवसर पर मण्डल गायकों ने ‘जन्मे हैं कुँवर कन्हैया बिरज में बाजै बधैया हो’, गोकुला में बाजै ला बधैया कन्हैया ने जन्म लियो जब प्रगट भये भगवान जेल दरम्यान मुरलिया वाले खुल गये जेल के ताले’ आदि बधाई गीत गाते हुये रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण की आरती उतारी।
आयोजन में मुख्य रुप से सर्वश्री केवल कुशवाहा, गोविंद बाबा, धर्मेन्द्र शाह, शिवम अग्रहरि, राजु मौर्या, उत्कर्ष कुशवाहा, प्रवीण कुशवाहा, प्रभात कुशवाहा आदि लोग उपस्थित रहे।