बिहारपुर जगन्नाथ सोनी
बिहारपुर
अंधेर नगरी चौपट राजा रौशनी दिला दो साहब।
दो साल से ज्यादा हो गये ग्रामीण अंधेरे में रहने को हैं मजबूर।
शिकायत जानकारी के बाद भी । 2017 से सौर ऊर्जा प्लांट है बंद।
बिहारपुर छग सरकार की महत्वपूर्ण योजना अक्षय उर्जा योजना के तहत पहुँच विहिन गांव कस्बों में सौर उर्जा प्लांट के तहत ग्रामीणजनों को बिजली का कनेक्शन दिया गया था।
जिससे ग्रामीणों को रात में घर में रौशनी हो सके साथ ही अंधेर से मुक्ति मिल सके।
कई जगह गांव ऐसे भी हैं जहाँ पर विभाग उर्जा प्लांट लगाकर भूल गया है। नतीजतन प्लांट कई सालों से खराब होने की जानकारी शिकायत के बाद भी खैरा ग्राम पंचायत के मोहल्ला मोखापारा के ग्रामीण आज भी लालटेन युग में जीने को मजबूर हैं।
सूरजपुर जिले के दूरस्थ अंचल की ग्राम पंचायत खैरा के मोखापारा में क्रेडा विभाग के द्वारा वर्ष 2013 में 6 किलोवाट का सौर ऊर्जा प्लांट लगाया गया था। जो वर्ष 2017 तक ठीक ठाक स्थिति में रहने के बाद उसकी बैटरी खराब होने पर दो साल से ज्यादा हो गये यहाँ के ग्रामीणों के आशियानों में रौशनी नहीं आई।
प्लांट में सुधार के लिए ग्रामीणजन जनपद से लेकर जिला तक का चक्कर लगाते रहे लेकिन अधिकारी चिरनिद्रा में सोते रहे। गौरतलब है कि जंगल से लगे गाँव में जंगली जानवरों का आना-जाना लगा रहता है जिससे ग्रामीणों की रात दहशत में गुजरती है।
बरहाल मोखापारा खैरा के 43 घरों की रौशनी बुझी हुई है। ग्रामीण कहते हैं कि साहब हमने ऐसा क्या कसूर किया है जो आज के डिजिटल इंडिया युग में हमें अंधेरा लालटेन युग में जीने को मजबूर है। गाँव के सरपंच रामनरेश सिंह बताते हैं कि हमने जिला अधिकारी कलेक्टर को तीन बार लिखित रूप से आवेदन दिये हैं इसके बाद भी सुधार नहीं किया गया है।
क्रेडा विभाग सूरजपुर के जिला अधिकारी निलेश श्रीवास्तव ने गलत जानकारी देते हुये बताया कि वहाँ की व्यवस्था का सुधार तीन दिनों पहले कर दिया गया है। जब ऐसे जिम्मेदार अधिकारी सफेद झूठ बोल सकते हैं तो ग्रामीणो से कितना अनगिनत झूठ बोलते होगें। सरगुजा संभागीय क्रेडा विभाग के अधिकारी विजय जी ने बताया कि अभी हमको इसकी जानकारी नहीं है|
सक्षम सूरजपुर के तहत जिला प्रशासन ने विकास के पहिये का गुब्बारा हवा में जरुर उड़ाया था, सायकल रेस करा कर देश विदेश में सूरजपुर डोल की डंका पिटवाने का गुणगान किया गया था। इस तरह के जिला प्रशासक से क्षेत्र की विकास की उम्मीद करना बेईमानी होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट पप्पू जायसवाल।