शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर निजी विद्यालय संचालक प्रज्वलित करेंगे दीप : शमायल अहमद
छपरा बिहार से शकील हैदर की रिपोर्ट।
इस कोरोना काल में लगभग सभी संस्थाएँ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के आदेश उपरांत खुल चुकी हैं। यदि घर से बाहर निकलें तो ज़िंदगी वापस पटरी पर लौटती हुई नज़र आ रही है परंतु शैक्षणिक संस्थानों को अभी भी बंद रहने पर बाध्य किया गया है। इस लॉकडाउन अवधि में बिना शुल्क एवं बिना किसी अनुदान के निजी विद्यालय संचालक अपने अपने विद्यालयों के विद्यार्थियों को निः स्वार्थ भाव से पठन-पाठन करवा रहे हैं। शमायल अहमद ने कहा कि ऐसे समय में जब माननीय उच्चतम न्यायालय एवं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निजी विद्यालय के मासिक शुल्क के संदर्भ में साफ़ निर्णय आ चुका है कि निजी विद्यालय संचालन के लिए मासिक शुल्क सभी अभिभावकों को देना है। तब भी देश के ज़्यादातर अभिभावकों के द्वारा इसे नज़रंदाज़ करना कहाँ तक जायज़ है।
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर चार सितंबर को प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े हुये देश भर के सभी निजी विद्यालयों के संचालक, उनके शिक्षक एवं सहायक कर्मियों द्वारा अपने-अपने विद्यालय में दीप प्रज्वलित कर समाज में अभिभावकों को संदेश देना लाज़मी हो गया है कि कोरोना महामारी काल में भी निजी विद्यालयों के संचालक एवं उनके शिक्षक खुद को दीप की तरह जला कर अभिभावको के घर में शिक्षा का अलख जलाने का कार्य कर रहे हैं।
अपने घर की सभी पूँजी को समाज हित में न्योछावर कर के विद्यालय का पठन पाठन निरंतर जारी रखा है।
इस योगदान को इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया जाएगा एवं शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर अपने अपने विद्यालयों में दीप जला कर अभिभावकों को यह एहसास दिलाना है कि अभी भी समय है आप आगे आकर विद्यालय परिवार को सहयोग करें अन्यथा आने वाले दिनों में निजी विद्यालय बंद हो जाएंगे और आपके बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले विद्यालय ही नहीं बचेंगें।
धन्यवाद !
शमायल अहमद राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन 9835092109