कोविड-19 महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले ही दिन 24 सांसद कोरोना पॉजिटिव मिले। इसकी वजह से ये सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सके। इनमें बीजेपी की सांसद मीनाक्षी लेखी, अनंत कुमार हेगड़े, प्रवेश साहिब सिंह आदि शामिल रहे। सदन में शामिल होने से पहले सभी सांसदों का अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराई गई थी। एक दिन पहले रविवार को भी हुई जांच में लोकसभा के पांच सांसद कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
सदन की परंपरा के विपरित कोविड-19 के चलते बैठक की व्यवस्था भी बदली रही। लोकसभा के सदस्य राज्यसभा में बैठकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिए। ऐहतियातन सदस्यों की हर सीट के आगे प्लास्टिक शील्ड कवर लगाया गया था।
इस दौरान कई सदस्य अपनी सीट तक पहुंचने के लिए लोकसभा और राज्यसभा के कर्मचारियों की मदद भी ली। कुल 200 सदस्य लोकसभा चैंबर में उपस्थित रहे। इसके अलावा 50 सदस्य गैलरी में मौजूद रहे। लोकसभा चैम्बर में ही एक बड़े टीवी स्क्रीन के माध्यम से राज्यसभा चैम्बर में बैठे लोकसभा के सदस्य भी कार्यवाही में शामिल हुए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि सत्र से पूर्व सभी सांसदों और उनके परिजनों का कोरोना टेस्ट करवाया गया है। सभी सांसदों को सैनेटाइजर, मास्क, ग्लब्ज सहित अन्य स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी सामग्री की किट भेजी गई है।
संसद के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों का भी टेस्ट करवाया गया। सत्र की पूरी अवधि के दौरान परिसर में टेस्ट की सुविधा रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी सदस्य को स्वास्थ्य संबंधी शिकायत होती है तो उनके उचित उपचार की पूरी व्यवस्था की गई है।
संसद में उन्हीं सांसदों, कार्मिकों को जाने की इजाजत दी गई है, जिनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है।