पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। राजधानी इस्लामाबाद की एक अदालत ने उनके खिलाफ मंगलवार को गैरजमानती वारंट जारी कर दिया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई केस चल रहे हैं। एक मामले में हाल ही में उनको दोषी करार दिया गया है। उन्हें अपीलीय सुनवाई में पेश होना था, लेकिन वे ऐसा नहीं किए।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय की दो सदस्यों वाली एक पीठ अल-अजीजिया स्टील मिल भ्रष्टाचार मामले में शरीफ की अपील पर सुनवाई कर रही है। शरीफ पिछले साल नवंबर से ही लंदन में इलाज करा रहे हैं। लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज कराने के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी।
शरीफ के वकील ख्वाजा हरीस अहमद ने पिछले सप्ताह इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की थी कि और कहा था कि खराब स्वास्थ्य की वजह से उनके मुवक्किल लंदन से घर लौटने और भ्रष्टाचार के मामले में समर्पण करने में असमर्थ हैं। उन्होंने इस मामले में लंदन के हृदय रोग से जुड़े सर्जन डेविड लॉरेंस की हस्ताक्षर वाली मेडिकल फाइल भी जमा की है।
अदालत ने चेतावनी देते हुए शरीफ को 15 सितंबर तक पेश होने के लिए कहा था और वह इस आदेश का पालन नहीं कर पाए हैं, इसलिए अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है और 22 सितंबर तक सुनवाई स्थगित कर दी है।
गौरतलब है कि मई में शरीफ की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें वह लंदन के एक कैफे में अपने परिवार के साथ चाय पीते दिख रहे थे। इसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर मुल्क में बहस तेज हो गई थी।