कांग्रेस नेता के के मिश्रा का बड़ा बयान बोले सिंधिया ने अवैध रूप से किया है जमीनों पर अधिग्रहण।
ग्वालियर से व्यंकटेश भार्गव की रिपोर्ट।
Gwalior कांग्रेस नेता श्री के के मिश्रा के द्वारा आज प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें कांग्रेस के बाकी अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी बुलाया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान श्री के के मिश्रा ने करारा प्रहार करते हुए कहा कि सिंधिया के द्वारा जितनी भी जमीन है। उनकी बताई जा रही है वह सभी जमीने वास्तव में उनकी नहीं हैं और उन सभी जमीनों को सिंधिया के द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया है।
जब उनसे इस विषय पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने 1947 का कुगुलेंट एक्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि वास्तव में 1947 में ही समस्त राजाओं और जमींदारों से उनकी जमीनों को इस एक्ट के तहत वापस ले लिया गया था। श्री के के मिश्रा ने श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऊपर यह आरोप लगाया कि सिंधिया ने विशेष रूप से अपना फायदा सोचते हुए और अपनी राजनीतिक शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए सिंधिया परिवार ने वास्तव में जिन भी जमीनों को अपना बताया हुआ है। चाहे वह महल की जमीन है या फिर फुलवा की कुछ जमीने। वे सभी वास्तविक रूप से अवैध हैं और यदि इन सभी जमीनों को ठीक तरह से गवर्नमेंट अपने हाथों में ले ले तो देश की समस्याओं के लिए यह पैसा काफी काम में आ सकता है। वास्तव में श्री के के मिश्रा का यह बयान जिसमें उन्होंने 1947 के एक्ट के विषय में बताया है वस्तुतः सत्य प्रतीत होता है।
उन्होंने यह भी बताया है कि उनके किसी साथी के द्वारा आरटीआई के तहत इस विषय पर जानकारी मांगी गई और उन्होंने गवर्नमेंट को इस विषय में एक सूची भी दी जिसमें यह बताया गया है कि किस प्रकार से सिंधिया के द्वारा मांगी गई जमीन है और बताई गई जमीन है। सभी अवैध हैं परंतु आखिर उन्होंने आज तक ऐसा बयान कभी क्यों नहीं दिया और सिंधिया की भाजपा में जाने के बाद उपचुनाव के समय में ऐसा बयान आखिर क्या राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखता है। यह तो पाठक स्वयं ही समझ सकते हैं फिलहाल कांग्रेस प्रवक्ता श्री के के मिश्रा का यह एक बड़ा बयान और एक बड़ा आरोप कांग्रेस की ओर से भाजपा और सिंधिया पर लगाया गया।