पहले सरकारी जमीन को बिकवा दिया रजिस्ट्री भी करवा दी फिर सरकारी जमीन तालाब भूमि में तब्दील हो गई।
खाचरोद से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
खाचरोद। यह जमीन विवाद आपसी रंजिश में बदल गया और अब गाँव बेहलोला के एक परिवार के लोगो को तरह तरह की प्रताड़ना झेलना पड़ रही हैं।
पटवारी ने बिना कोई सूचना पत्र के खड़े रहकर परम्परा गत रास्ते को बंद करवाया माँ को पिटवाया और अब इसी विवाद के चलते शिकायत कर्ता की झोपड़ी में रात्रि को किसी ने आग के हवाले कर दिया ।
पीड़ित पक्ष ने पटवारी और गाँव के सरपंच और उसके भाई रमेश पर लगाए आरोप।
खाचरौद से 5 किलोमीटर दूर ग्राम बेहलोला में खेत पर बनी झोपड़ी में अज्ञात लोगों ने रात्रि 11 बजे के लगभग आग लगा दी जिसके बाद परिवार के लोगो ने पहुँचकर आग बुझाई।
दशरथ पिता कनीराम जाती बागरी ने थाना प्रभारी के नाम आवेदन देकर बताया कि मैने पटवारी मेडम के कहने पर गाँव मे ही लाखो रुपये देकर दो बीघा जमीन खरीदी थी जिसकी बकायदा रजिस्ट्री भी करवाई। सीमांकन के बाद खरीदी गई जमीन से डेढ़ बीघा जमीन तालाब की निकल गई मेरे साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत मेने कलेक्टर एवं वरिष्ठ अधिकारियों को की थी वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत के बाद जांच आई तो पटवारी द्वारा मुझ पर लगातार राजीनामे का दबाव बनाया पिछले कई वर्षों से जिस रास्ते से हम घर जाते थे दो दिनों से उस रास्ते से मेरे परिवार के लोगो को निकलने नही दिया जा रहा है गाँव के सरपंच के भाई रमेश को उकसाकर पटवारी ने खड़े रहकर पगडंडी नुमा मेरा परंपरागत रास्ता बंद करवाया मेरी मा केे साथ भी मारपीट की मेरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा हैं इसी के चलते 14/10/2020 की रात्रि को मेरे खेत पर बनी टापरीनुमा झोपड़ी जिसमे मेरे पालतू जानवर एवं अन्य घरेलू सामान था मेरे माता पिता भी वही सोते हैं।
कुछ लोग मेरे खेत पर आए तो मेरी माँ और पिताजी घबराकर घर आ गए 7 से 8 लोग रात को आए थे जिन्होंने मेरी झोपड़ी में आग लगा दी और भाग गए 100 डायल और खाचरौद पुलिस को रात्रि को ही शिकायत की थी रात्रि को पुलिस ने पंचनामा भी बनाया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही हो पाई हैं। घटना के बाद प्रताड़ित लोगों ने खाचरौद थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन सौपकर घटना से अवगत कराते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।