संयुक्त किसान संगठनों ने मिलकर तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन।
अभिमन्यु सीड्स कंपनी सहित बीज विक्रेताओं पर फसल नुकसान का लगाया आरोप।
उदयपुरा पर्वत सिंह राजपूत की रिपोर्ट।
उदयपुरा। स्थानीय तहसील परिसर में समस्त क्षेत्रीय किसान संगठन ने मिलकर एक आवाज में बीज विक्रेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ उनकी मांग पूरी न हो ने पर आमरण अनशन और आत्मदाह की चेतावनी भी दी है। ऐसा ज्ञापन संयुक्त किसान संगठनों ने मिलकर प्रमुख सचिव म,प्र शासन के नाम पर उदयपुरा तहसीलदार को दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय किसान संगठन एवं अन्य क्षेत्रीय किसान प्रशासन से मांग की है अभिमन्यु सीड्स कंपनी से सुरेंद्र सिंह राजपूत, कन्हैया लाल राजपूत निवासी ग्राम बोरास कृषि विकास केंद्र बरेली के माध्यम से ₹7500 का बीज लिया गया था। इसका किसान द्वारा रोपड़ डाला गया। यह रोपा रकबा 17 एकड़ में लगाया गया। रोपा डालने के बाद किसानों को फसल में रोग आने की शिकायत हुई तो कृषक द्वारा मोबाइल फोन पर अभिमन्यु कंपनी के डीलर कृषि विकास केंद्र बरेली में मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया जब कंपनी व डीलर द्वारा किसान को संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो किसान द्वारा वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी उदयपुरा को 30 नवंबर 2020 को लिखित आवेदन दिया गया जिसकी छाया प्रति ज्ञापन में संलग्न है।
यहकि वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी उदयपुरा को जो आवेदन दिया गया था उस संबंध में कृषि विभाग द्वारा 5 अक्टूबर 2020 को निरीक्षण किया गया। निरीक्षण प्रतिवेदन बनाया गया।। यहकि सुरेंद्र राजपूत द्वारा 7 अक्टूबर को DM रायसेन के नाम तहसीलदार के माध्यम से क्षतिपूर्ति के संबंध में आवेदन दिया गया साथ ही समस्त दस्तावेज प्रस्तुत किए गए। साथ ही सुरेंद्र सिंह राजपूत द्वारा प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल को स्पीड पोस्ट के माध्यम से 15 अक्टूबर 2020 को आवेदन प्रस्तुत किया गया। शासन द्वारा उक्त कृषकों को अभी तक मांगी गई नुकसानी राशि अभिमन्यु सीड्स कंपनी से नहीं दिलाई गई है ना ही प्रशासन द्वारा अभिमन्यु सीड्स कंपनी के ऊपर कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। कृषक राघवेंद्र सिंह पिता विजय सिंह राजपूत निवासी बोरास, भगवत सिंह पिता हुकुम सिंह निवासी ग्राम पांजरा तहसील बरेली, रूद्र पाल सिंह राजपूत पिता नारायण सिंह निवासी ग्राम खमरिया तहसील बरेली, ध्रुव सिंह राजपूत पिता झलकन सिंह राजपूत निवासी ग्राम रहली तहसील उदयपुरा सभी का स्कोर द्वारा अभिमन्यु सीड्स कंपनी का बीज कृषि विकास केंद्र बरेली से खरीदा गया था और सभी की स्थिति सुरेंद्र सिंह राजपूत के धान संतुल्य है।
शैलेंद्र सिंह राजपूत पिता हरनाम सिंह राजपूत निवासी ग्राम बरबटपुर तहसील उदयपुरा के द्वारा 19 अक्टूबर 2020 को वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी को एक लिखित आवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें यह व्यक्त किया गया कि 6 एकड़ की धान के लिए चित्रांश कृषि सेवा केंद्र नूरनगर उदयपुरा से कृषक द्वारा खरीदा गया कीटनाशक के प्रयोग से धान सूख गई जिसके लिए100% नुकसान हो गया। वहीं दूसरे किसान दृगपाल सिंह राजपूत पिता हाकम सिंह राजपूत निवासी ग्राम चौरास तहसील उदयपुरा के द्वारा 19 अक्टूबर 2020 को वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी को लिखित आवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसे व्यक्त किया गया कि 4 एकड़ की धान के लिए जैकी कृषक धर्मपाल सिंह पिता हाकम सिंह राजपूत ग्राम चौराहा तहसील उदयपुरा किया गया है कि 4 एकड़ की धान के लिए माहेश्वरी ट्रेडर्स उदयपुरा से कृषक द्वारा खरीदा गया। कीटनाशक के प्रयोग के पश्चात पूरी धान सूख गई अर्थात 100% नुकसान हो गया। समस्त किसान सुरेंद्र सिंह राजपूत शैलेंद्र सिंह राजपूत द्रग पाल सिंह राजपूत कृपाल सिंह राजपूत रूद्र पाल सिंह राजपूत राघवेंद्र सिंह भगवत सिंह राजपूत क्षेत्रीय किसान जिनका नुकसानी आवेदन मूंग दाल, उड़द, सोयाबीन, तुवर का आवेदन शासन प्रशासन को दिया गया है। उक्त समस्त किसान आर्थिक कर्जे में हैं उनका पूरा परिवार कृषि पर आश्रित है। आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है। इस कारण से किसान मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उनके परिवार के द्वारा कोई अनहोनी घटना कर ली गई तो शासन प्रशासन घटना के पश्चात दो लाख या पांच लाख रुपए का मुआवजा प्रदान करता है लेकिन किसान के जीवन काल में उसको समय पर बीज कंपनी कीटनाशक विक्रेताओं के द्वारा की गई लापरवाही से हुई हानि की क्षतिपूर्ति प्रदान नहीं की जाती।
यदि 29 अक्टूबर 2020 को सीड्स कंपनी पर कार्यवाही नहीं हुई और मुआवजा शासन प्रशासन द्वारा नहीं दिलाया जाता है तो तहसील कार्यालय में 2 नवंबर से आमरण अनशन करेंगे। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। यदि प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का बल प्रयोग डराया धमकाया जाता है तो किसानों द्वारा अनशन स्थल पर ही आत्मदाह कर लिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में सुनील दीक्षित, सुरेंद्र सिंह राजपूत, भवानी सिंह पटेल, जिला प्रभारी क्रांतिकारी किसान कल्याण परिवार संगठन चोखे लाल लोधी, गोविंद फौजदार, सुरेंद्र राजपूत, घनश्याम भैया, शैलेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा आदि शामिल थे।