रहटगांव में Bed की डिग्री नौ साल अतिथि शिक्षक रहने के बाद बेच रहा है सब्जी।
रहटगांव से नीलेश गौर की रिपोर्ट।
रहटगांव तहसील क्षेत्र में अधिकांश अतिथि शिक्षक कर रहे हैं बेरोजगारी का सामना। इसी प्रकार ग्राम खमगांव निवासी शैलेंद्रसिह राजपूत ने बताया पिछले 09 सालों से अतिथि शिक्षक शासकीय माध्यमिक शाला खमगांव, एक वर्ष बोबदा प्राथमिक शाला में भी इनके द्वारा शिक्षा प्रदान की गई।
अब महामारी के चलते लॉकडाउन के बाद से बेरोजगारी के चलते सब्जी बेचना जीवन यापन के लिए मजबूरी बनी हुई है।
इनके द्वारा प्राप्त BA एवं Ded की डिग्री अब कोई काम की नहीं बची है। अतिथि शिक्षक सुनील हरणे भी प्राथमिक शाला सियाराम बाबा कुटी पर 5 साल अतिथि शिक्षक रह चुके हैं जोकि अब हाथ ठेले पर सिंगाड़ा बेचकर अपना जीवन गुजारा चलाने पर मजबूर हैं। सब्जी बेचना बुरी बात नहीं पर डिग्री प्राप्त करने के बाद सब्जी बेचना अच्छी बात वह भी नहीं।