PWD की अनदेखी से जर्जर भवनों में रहने को मजबूर पुलिसकर्मी।
उदयपुरा पर्वतसिंह राजपूत की रिपोर्ट।
उदयपुरा। थाना उदयपुरा के पीछे लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित भवन वर्षो पुराने हो चुके हैं जोकि अब जर्जर अवस्था मे हैं।
भवनों की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं वहीं छप्पर पर छाए हुए कवेलू भी टूट चुके हैं। बारिश से बचने के लिए पुलिसकर्मी छप्पर पर पन्नी डालकर रहने को मजबूर हैं। अंदर से गेट भी टूटी अवस्था में हैं और अंदर से नालियां भी जाम हैं।
पुलिसकर्मी 5 वर्षो से अपनी निजी पूंजी लगाकर उन भवनों का रख रखाव करते हैं। अब प्रश्न यह उठता है जो भवनों की मेन्टेन्स राशि प्रतिवर्ष आवंटित होती है वह जाती कहां है क्योंकि लगातार 5 वर्षो से इन भवनों में रह रहे पुलिसकर्मी अपनी निजी पूंजी लगाकर इनका रख रखाव करते हैं।
लेकिन लोकनिर्माण विभाग ने अभी तक इन पर क्यों ध्यान दिया है। यह एक बड़ी लापरवाही को उजागर करती है। जबकि लोकनिर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में सभी बड़े अधिकारी आते हैं जो इन भवनों के काफी नजदीक है। खैर जो भी यदि इन भवनों में शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो कोई अप्रिय घटना घटित न हो जाए क्योंकि यह भवन काफी जर्जर हो चुके हैं।