सट्टा संचालको के नेटवर्क ग्रामीणों तक। हाईटेक अंदाज, पुलिस कैसे करे कार्यवाही।
उदयपुरा पर्वत सिंह राजपूत की रिपोर्ट।
उदयपुरा। उदयपुरा ब्लॉक चौराहे पर एक चाय की दुकान पर एक सट्टा लिखने का अंदाज ही अलग था। वह बेकोफ होकर सट्टा लिख रहा था। एक पत्रकार साथी उसके पास वैठकर चाय पी रहे थे उस व्यक्ति से वहां पत्रकार ने अनजान बनकर चर्चा की। जब उस पत्रकार ने पूछा आप खुलेआम सट्टा लिखते हो क्या डर नहीं लगता तो उसका दो टूक जवाब था हमारे सेठ की सेटिंग थाने में रहती है।
मेरे जैसे 60 एजेंट काम करते हैं उसने सट्टा किंग कुल्हाड़ी बम्होरी का नाम बताया। बड़े आश्चर्य की बात है कि सट्टा खिलाने वालों ने उदयपुरा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रो तक अपना नेटवर्क का मकड़जाल फैलाकर रखा हुआ है। वैसे तो नगर उदयपुरा में भी कई जगह चाय, पान और कटिंग की दुकान पर सट्टा लिखा जाता है लेकिन अभी तक यह समझ नहीं आता कि आखिर इनके पीछे हिम्मत देने वाले कौन लोग हैं।
बीच में दलाली करने वाले व्यक्ति ने बताया है कि उदयपुरा थाने में पदस्थ SI के द्वारा 10 हजार रुपए महीने सट्टा चलवाने का लेते थे। यदि रुपये न दो तो कार्यवाही कर देंगे। वैसे तो थाने में कुछ और भी लोग हैं जो इनको संरक्षण देते हैं लेकिन जो साक्ष्य वीडियो हैं उन पर ही इस खबर को भी प्रकाशित किया जा रहा है।
खवर प्रकशित होने के बाद तो पुलिस के द्वारा छोटे मोटे सटोरिये को पकड़कर खाना पूर्ति कर दी जाती है लेकिन वास्तविक सटोरिये बच जाते हैं।