उदयपुरा में अज्ञात वाहन ने मारी गाय को टक्कर।
समाजसेवी गौ सेवकों और पशु चिकित्सक मुकेश वाल्मिक के सफल इलाज से बची गाय की जान।
उदयपुरा पर्वत सिंह राजपूत की रिपोर्ट।
उदयपुरा। उदयपुरा अजब गजब नगर है। उदयपुरा में मृत गाय पर राजनीति तो होती है लेकिन वास्तविक घायल गाय होती है तो उनकी तरफ़ किसी समाज सेवी का ध्यान नहीं होता है। बीते 6 माह पहले एक गाय का सर एक नाले में मिल जाने से उसको लेकर राजनीति शुरू हुई इसको लेकर नगर में कई ज्ञापन दिए गए और नगर को बंद तक कराया गया लेकिन वास्तविक दोषी का पता तो नहीं चला बल्कि उस समय तत्काल थाना प्रभारी इंद्राज सिंह नगर की राजनीति का शिकार हुए। जबकि उनके कार्यकाल में नेताओं की सुनवाई कम आम जनता और पीड़ित की सुनवाई अधिक होती थी। उनको टारगेट करने के लिए झूठी शिकायत भी की गई खैर जो भी हो नगरवासियों को इन नेताओं के मंसूबों को समझना चाहिए।
अस्पताल के पास जब मिथलेश मेहरा, अर्पित खरे, भुवन कुशवाह, घनश्याम मालवीय, विनोद मालवीय, योगेंद्र सिंह राजपूत, प्रदीप मालवीय ने घायल अवस्था में गाय को देखा तो पहले गौ सेवकों को जानकारी दी गई लेकिन गाय पर राजनीति करने वाले कोई नहीं तब आया तो तत्काल पशु चिकित्सक मुकेश वाल्मीक ने घायल गाय का इलाज कराया और उसकी जान बच गई।