पत्रकार अर्णव के गिरफ्तारी से आक्रोशित पत्रकारों ने निकाला आक्रोश मार्च।
छपरा बिहार से शकील हैदर की रिपोर्ट।
छपरा। महाराष्ट्र सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ छपरा के पत्रकारों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। रिपब्लिक टीवी के प्रमुख अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी से आक्रोशित पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन कर महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यहां हम बताते चलें कि महाराष्ट्र पुलिस द्वारा वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी अमानवीय तरीके से की गई जिसको लेकर पत्रकारों में खासा आक्रोश है।
छपरा शहर के नगर पालिका चौक से विरोध मार्च निकालकर थाना चौक होते हुए पुन्हर नगर पालिका चौक पर समाप्त हुआ।महाराष्ट्र सरकार में पिछले दिनों पुलिस प्रशासन द्वारा जिस तरह एक राष्ट्रीय चैनल के एंकर को गिरफ्तार किया गया है। वह पूरे भारत के लिए शर्मनाक है।आने वाले समय के लिए सही नहीं है। पत्रकार समाज का एक प्रतिष्ठित व्यक्ति होता है जिसके उपर समाज में घटती हर छोटी बड़ी खबरों से समाज और सरकार को अवगत कराने के साथ ही सत्य को दिखाने की जिम्मेदारी होती है। आये दिन किसी न किसी क्षेत्र में पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार की घटना सामने आती रहती है लेकिन जिस तरह से महाराष्ट्र पुलिस प्रशासन द्वारा देश में चर्चित टीवी चैनल रिपब्लिक भारत के मुख्य संपादक सह चैनल प्रमुख अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की गई है वह कतई सही नहीं है। जिसका विरोध सारण जिला में संचालित पत्रकार संगठन NUJ(I) के दर्जनों सदस्यों सहित आम लोगों ने भी अपना प्रतिरोध दर्ज कराया, महाराष्ट्र सरकार और पुलिस प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की।
विरोध मार्च के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए महासचिव राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के इस अमानवीय तरीके का हम पुरजोर विरोध करते हैं। जिस तरह से एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार पूर्ण व्यवहार किया गया और उसके साथ अवांछित तत्वों की तरह बर्ताव किया गया। यह महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस की कुंठित मानसिकता का परिचायक है। प्रेस को संबोधित करते हुए वरीय पत्रकार अरविंद सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में हालात 1975 के आपातकाल की तरह हो गए हैं। पत्रकारों पर पुलिसिया दमनकारी कार्यवाही लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। महाराष्ट्र सरकार की मानसिकता का हम पुरजोर तरीके विरोध करते हुए रिहाई तक चरणबद्ध आंदोलन करने का एलान करते हैं।
इस कार्यक्रम में सारन जिला के पत्रकार सदस्यों के साथ आम जनमानस का भी भरपूर सहयोग मिला। विरोध मार्च में छपरा शहर के रहवासी भी रूचि लेते हुए महाराष्ट्र सरकार की इस अमानवीय और कायराना पूर्ण घटना का पुरजोर विरोध करते हैं। इस विरोध मार्च में मुख्य रूप से धनंजय सिंह तोमर, मनोरंजन पाठक, पंकज जयसवाल, अरविंद सिंह, संजय भारद्वाज, उमेश शर्मा, नीरज कुमार, मनजीत सिंह, बसंत सिंह, शकील हैदर, धनंजय कुमार गोलू, सुरभि दत्त, राहुल सिंह, कबीर अहमद, विपिन मिश्रा, दिवाकर मिश्रा, शशी सिंह, जितेंद्र कुमार, रंजीत भोजपुरिया सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।