आवेदन के बाद मात्र चार घंटे में केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने उपलब्ध करवाई मोटराईज्ड ट्रायसीकल।
नागदा से संजय शर्मा की रिपोर्ट।
नागदा। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ.थावरचन्द गेहलोत की दिव्यांगों के प्रति सहनशिलता एवं अपने कार्य के प्रति कर्मठता एक बार पुनः आज प्रदर्शीत हुई। रिंगनोद निवासी कमलेश पिता रामचन्द्र 43 वर्ष जो एक हादसे में 80 प्रतिशत दिव्यांग हो चुके थे तथा परिवार की आर्थिक स्थिति नाजुक होने के कारण कहीं भी आने-जाने में असमर्थ थे के पिता ने बैटरी चलित ट्रायसीकल प्रदान करने हेतु उनके गृह नगर नागदा पहुॅंच कर आवेदन किया।
केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संस्था स्नेह के संस्थापक एवं केन्द्रीय दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड के सदस्य पंकज मारू को भारत सरकार की एडीप योजना के तहत दिव्यांग को तुरंत बैटरी चलित ट्रायसीकल उपलब्ध कराने के निर्देश प्रदान किए।
इस पर पंकज मारू द्वारा उज्जैन स्थित एलीम्को की उत्पादन इकाई से एक बैटरी चलीत ट्रायसीकल मंगवा कर केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोतजी के हाथों से प्रदान करवाई गई। श्री गेहलोत ने स्वयं उसे चला कर उसकी गुणवत्ता को परखा और उसके पश्चात उसे प्रदान किया।
श्री गेहलोत की इस त्वरित कार्यप्रणाली के प्रति दिव्यांग के पिता जगदीश सोनी एवं रिंगनोद प्रेस क्लब अध्यक्ष कमलेश जायसवाल ने आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर ओमप्रकाश गेहलोत, नन्दलाल जोशी, चन्दनसिंह शर्मा, पूनमचन्द गेहलोत, अमनदीपसिंह खालसा आदि मौजुद थे।