SDOP ने ड्राइवर साथ डंडो से पिटाई की | बेवजह पिटाई से अस्पताल प्रबंधन हुआ नाराज।

रायसेन

एसडीओपी की दबंगई बरेली रायसेन।

एसडीओपी अशोक घनघोरिया ने आज सिविल अस्पताल में लगी बोलेरो गाड़ी के ड्राइवर अरुण प्रजापति को रोककर बेरहमी से पीटा।

अरुण प्रजापति के बार बार बताने के बाद भी एसडीओपी नहीं रुके। बेवजह हुई पिटाई से अस्पताल प्रबंधन हुआ नाराज।

अस्पताल में लगी गाड़ी को आखिर क्यों एसडीओपी ने रोका। यह समझ से परे है।

ड्राइवर का मेडिकल कराया गया और शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका शुक्ला को की गई।

ड्राइवर अरुण ने बताया की बरेली नगर में बने क्वारन्टीन सेंटर से अकेला लौट रहा था तभी पिपरिया नाके पर एसडीओपी और एसडीएम बैठे थे। इसकी गाड़ी रोकी और बोले कहाँ से आ रहे हो, बताने के बाद भी SDOP ने ड्राइवर साथ डंडो से पिटाई की जबकि इसकी गाड़ी में विशेष पास लगे हुए हैं। बावजूद इसके इसके साथ मारपीट की। ड्राइवर के द्वारा अस्पताल में CMHO गिरीश वर्मा को घटना की जानकारी दी गयी। जिसके बाद इसका मेडिकल कराया गया।

घटना की SP साहब को शिकायत की गई। रायसेन जिले के बरेली अनुविभाग में एक माह पहले पदस्थ हुए SDOP अशोक घनघोरिया की दबंगई नित सामने आ रही है।

महामारी संकट के चलते हर किसी पर निकाल रहे भड़ास। जबकि 9 अप्रेल को प्रदेश पुलिस मुख्यालय से एक पत्र जारी कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर असंतोष जाहिर किया गया था।

सख्त निर्देश दिए गए थे कि अकारण किसी के साथ मारपीट ना करें। बावजूद इसके SDOP अशोक घनघोरिया ने आज अति विशेष सेवा में लगी गाड़ी के ड्राइवर के साथ मारपीट की।

सिविल अस्पताल में लगी दोनों गाड़ियों के ड्राइवरों ने CMHO को चाबी दे दी और गाड़ी चलाने से मना कर दिया।

लगभग दो घण्टे चले इस ड्रामे को SP और टीआई के हस्तक्षेप के बाद निपटाया गया।

तीन दिन पहले हुई भोपाल एम्स के डाक्टरों से बदसलूकी के बाद भी पुलिस प्रशासन नहीं सुधर पा रहा है।

ब्यूरो रिपोर्ट मिथलेश मेहरा रायसेन।

पसंद आई खबर, तो करें शेयर