बारह बाराती फँसे हुए हैं 21 दिनों से दुल्हन के घर। लॉकडाउन के कारण 21 दिनों से नहीं हो सकी दुल्हन की विदाई।

अलीगढ़

लॉकडाउन के कारण 21 दिनों से नहीं हो सकी दुल्हन की विदाई।

बारह बाराती फँसे हुए हैं 21 दिनों से दुल्हन के घर।

प्रशासन से मांगी मदद, झारखंड से 21 मार्च को आई थी बरात 23 को होनी थी विदाई।

अलीगढ़ की अतरौली कोतवाली के गांव विधीपुर में लॉकडाउन के चलते शादी के 21 दिन बाद भी दुल्हन की विदाई नहीं हो सकी है।

बारात में आए 12 लोग भी 21 मार्च से यही फंसे हुए हैं।

प्रशासन की टीम भी यहां रुके लोगों को एक वक्त का खाना आदि मुहैया करा रही है।

एक समय का खाना घर वालों की तरफ से मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी सभी का चेकअप किया है। जो पूरी तरह स्वस्थ स्वस्थ हैं।

दरअसर अलीगढ़ की अतरौली कोतवाली के गांव बिधिपुर निवासी पं. नरपति सिंह आर्य की बेटी सावित्री आर्य की शादी 22 मार्च को थी। बारात झारखंड से धनबाद जिले की तहसील तोपचांची के गांव बैली से आई थी। दूल्हा समेत दूल्हे के नौ भाई, तीन बहन 21 मार्च की रात करीब 9:00 बजे बारात लेकर विधिपुर पहुंचे।

22 मार्च को दूल्हा विजय कुमार पुत्र रामनाथ के साथ सावित्री आर्य की शादी की रस्म पूरी कराई गई। 21 मार्च को रात 8:00 बजे प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक दिन का जनता कर्फ्यू लगा दिया था।

उम्मीद थी कि 23 मार्च को कर्फ्यू खुल जाएगा। दुल्हन समेत सभी 13 लोगों का वापसी का रिजर्वेशन भी 23 मार्च का ही था। लेकिन उसके बाद 14 दिन का लॉकडाउन हो गया और तभी से सभी ट्रेन समेत तमाम वाहनों के चक्के जाम पड़े हुए हैं। बारातियों और घरातियों को उम्मीद थी कि यहां से निकलने का कुछ ना कुछ रास्ता अवश्य निकलेगा। लेकिन निजी वाहन से भी यहां से निकलना मुश्किल हो गया। परिजनों के मुताबिक जिला प्रशासन से जब बात की तो उन्होंने वहीं रहने की सलाह देते हुए फटकार मार दी कि अगर यहां से जबरन निकले तो हालात खराब हो जायेगी।

ब्यूरो रिपोर्ट दीपक शर्मा।

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