ऑक्सीजन फॉर इण्डिया मुहिम के तहत अब तक 60 ऑक्सीजन कॉसनट्रेटर का किया गया वितरण।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।
वाराणसी। “ऑक्सीजन फॉर इण्डिया” मुहिम के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतपुर, चिरईगांव में दो ऑक्सीजन कॉसनट्रेटर अधीक्षक को मानवाधिकार जन निगरानी समिति जनमित्र न्यास के गवर्निंग बोर्ड सदस्य डा. मोहम्मद आरिफ निदेशक डा.लेनिन रघुवंशी और मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी द्वारा दिया गया। इसके पहले इसी मुहिम के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ, चिरईगांव, काशी विद्यापीठ और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर, काशी विद्यापीठ, APHC नेवाडा, बडगांव आदि के साथ वाराणसी सहित सोनभद्र और चंदौली के विभिन्न सरकारी चैरिटेबल अस्पताल में वितरित किया जा चुका है।
इंडो–जर्मन सोसाइटी रेमसाइड जर्मनी Indo-German Society of Remschied, Germany की अध्यक्ष सुश्री हेलमा रिचा और उनके दोस्तों के सहयोग से “ऑक्सीजन फॉर इण्डिया” मुहिम के तहत ऑक्सीजन कॉन्सेनट्रेटर के लिए फंड इकट्ठा किया गया, साथ ही इस मुहिम से जुड़ते हुए न्यूजीलैंड एम्बेसी ने भी भारत की संस्था जनमित्र न्यास मानवाधिकार जन निगरानी समिति के संयुक्त तत्वाधान में मिलकर 60 ऑक्सीजन कॉसनट्रेटर वाराणसी जिले के विभिन्न ब्लॉकों के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थानों में वितरण किया है। जो चिकितस्कीय संस्थान विगत कई वर्षो से जनता के लिए कार्य कर रहे हैं। इस ऑक्सीजन कॉसनट्रेटर को कोरोना की तीसरी लहर के आने वाले खतरे को देखते हुए ऐसे सरकारी और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों को दिया गया जहाँ डाक्टरों द्वारा इसका प्रयोग कुशलता से आवश्यकता पड़ने पर किया जा सके और मरीज को बचाया जा सके।
बताते चले कि “ऑक्सीजन फॉर इण्डिया” मुहिम की शुरुआत हेलमा रिचा द्वारा डा.लेनिन रघुवंशी को कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर ऑक्सीजन नहीं मिलने की खबर सुनने के बाद भारत में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए किया गया। विदित हो कि डा.लेनिन रघुवंशी इन्डो–जर्मन सोसाइटी के आजीवन माननीय सदस्य हैं। चाइल्ड राइट्स एंड यू क्राई ने भी Give India organization के सहयोग से वाराणसी के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर डा.बीबी सिंह को 41 ऑक्सीजन कॉसनट्रेटर दिया है। जिसे वाराणसी जिले के सभी ब्लॉकों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक केन्द्रों पर कोविड संक्रमण के आगामी खतरे से बचाव के लिए उपयोग करने हेतु दिया गया है।
वाराणसी से रोहित सेठ की रिपोर्ट।