ठाणे भिवंडी
मुख्यमंत्री राहत कोष में टोरंट ने दिया पांच करोड़।
वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी कोरोना इन दिनों महाराष्ट्र सहित देश में जोरों से अपना पैर पसार रही है। जिसे रोकने, राहत, बचाव कार्य के लिए टोरंट ग्रुप ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष COVID-19 के लिए पांच करोड़ रुपए का योगदान दिया है।
जिससे महामारी के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की लड़ाई को बल मिलेगा। साथ ही इस वजह से होने वाले मानवीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।
गौरतलब हो कि 21,000 करोड़ रुपये यानि तीन बिलियन अमरीकी डालर के राजस्व के साथ टोरेंट ग्रुप की फार्मास्यूटिकल्स, पावर और सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन CGD क्षेत्रों में कार्यरत है। टोरेंट ग्रुप की प्रमुख कंपनी टोरेंट फार्मा 40 देशों में फैली है। वैश्विक उपस्थिति के साथ हृदय और सीएनएस सेगमेंट में एक प्रमुख स्थान है।
टोरेंट पावर देश के बिजली क्षेत्र के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों में से एक है।जिसकी संपूर्ण बिजली मूल्य श्रृंखला बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण में उपस्थिति है।
टोरेंट पावर की 3,721 मेगावाट की स्थापित उत्पादन क्षमता है और 3 राज्यों में 8 शहरों में 32 लाख से अधिक ग्राहकों को बिजली वितरित करता है।
इसके साथ ही टोरेंट गैस समूह का सीजीडी व्यवसाय देश की अग्रणी सीजीडी कंपनियों में से एक है और 7 राज्यों महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना और 1 केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 32 जिलों को कवर करने वाली 16 जगहों के लिए अधिकृत किया गया है।
टोरेंट के अधिकृत क्षेत्रों की कुल आबादी लगभग 9 करोड़ से अधिक है, जो भारत की कुल आबादी का लगभग 7% है। यह जानकारी टोरंट पावर के जनसंपर्क अधिकारी चेतन बदयानी ने दिया हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट मुस्तकीम खान भिवंडी।