बाबा भैसासुर की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए आदिवासियों ने किया महासम्मेलन।

राजाबरारी में आदिवासी समुदाय ने की मूर्ति की स्थापना।

बाबा भैसासुर की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए आदिवासियों ने किया महासम्मेलन।

एमपी हरदा से निलेश गौर की रिपोर्ट।

मध्यप्रदेश में हरदा ज़िला में वनग्राम राजाबरारी में आदिवासी समुदाय द्वारा भैसासुर बाबा की मूर्ति की स्थापना की गई थी। आदिवासियों के महासम्मेलन के दौरान बड़ी संख्या में आदिवासियों की उपस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने भी पुलिस बल तैनात कर रखा था। जिले के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति पर नजर बनाए का रखे।

वनवासियों का आरोप है कि कुछ समय पूर्व कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बाबा भैसासुर की प्रतिमा को उनके स्थान से हटाकर नुकसान पहुचाने की कोशिश की। जिसकी पुलिस थाने में की गई थी लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने रहटगांव एक साथ बैठक कर निर्णय लिया कि पूजा अर्चना कर प्रतिमा को पुनः स्थापित किया जाए।

आदिवासियों के देवता बाबा भैंसासुर की प्रतिमा को इस स्थान से हटाकर क्षत विक्षत कर समीप ही नदी में फेंक दिया गया। इस घटना से आदिवासी समाज में रोष व्याप्त हो गया और आदिवासी समाज ने राजाबरारी में 20 फरवरी को पुनः बाबा भैंसासूर की प्रतिमा स्थापित करने के लिए एक महासम्मेलन करने की ओर कदम बढ़ाया।

उधर राजा बरारी स्टेट से जुड़े दयालबाग संस्था के लोगों से इस बारे में पक्ष जानना चाहा तो वह अपना पक्ष नहीं दे पाए। संस्था से जुड़े अमित चंद्राकर को कॉल किया लेकिन उन्होंने भी कोई पक्ष नहीं रखा, उन्होंने मैनेजर से बात करने की बात कही लेकिन उनका कोई पक्ष प्राप्त नहीं हुआ। उधर अपर कलेक्टर जेपी सैय्यम ने कहा कि आदिवासियों द्वारा पूजा अर्चन कर विधि विधान से प्रतिमा को स्थापित किया गया है। इस दौरान कुछ समय पूर्व असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को स्थान से हटा दिया था जिसे समझाइश देकर पुनः प्रतिमा स्थापित।

एमपी हरदा से निलेश गौर की रिपोर्ट।

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