बच्चों या बड़ों सभी के लिए एकमात्र नेहरू पार्क…कुछ इंतज़ाम बाक़ी…प्रशासक जी ध्यान दीजिए।
एमपी हरदा से सैयद महमूद अली चिश्ती की रिपोर्ट।
हरदा। हरदा ज़िला मुख्यालय पर राष्ट्रीय राजमार्ग 59 ए पर हृदय नगर का एकमात्र नेहरू पार्क गर्मी के मौसम में सभी को राहत देता है।
बच्चों को यहां बिजली की ट्रेन, झूले, फिसलपट्टी लुभाते हैं तो बड़ों को पार्क की नर्म मुलायम घास आराम देती है। नेहरू पार्क के बीचोंबीच आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की स्टेच्यू एक फव्वारे के बीच है लेकिन यह फाउंटेन बन्द है। यह एक मिनी ब्रिज भी है जिसमें लगा फाउन्टेन भी बन्द है।
नेहरू पार्क में शाम के समय ठीक से साफ़ सफ़ाई नहीं होने से यहां वहां कैंडी स्टिक, पॉपकॉर्न की थैलियां, आइसक्रीम कोन पड़े मिलते हैं। यहां पेड़ों के सूखे पत्ते भी नेहरू पार्क की शोभा में चार चांद लगाते हैं। नेहरू पार्क में पुराने कबाड़ से भी इसकी रौनक देखने के काबिल है। यहां लगी घांस भी कहीं कहीं उखड़ी उखड़ी सी है। फिसलपट्टियों के एंड पर स्पंज नहीं होने से छोटे छोटे बच्चों के चोटिल होने का अंदेशा बना रहता है।
नेहरू पार्क में नगर के कुछ आवारा किस्म के नाबालिग बच्चे छोटे बच्चों और नवयुवतियों के साथ फब्तियां कसने और छेड़ने से बाज़ नहीं आते हैं। नगर पालिका प्रशासन और पुलिस विभाग के कर्मचारियों की नेहरू पार्क खुलने से लेकर बन्द होने तक ड्यूटी लगाई जाना चाहिए।