खुशियों की दास्तां..समूह से जुड़कर स्मिता का आत्म विश्वास तो बढ़ा ही, साथ ही आय भी बढ़ी।
हरदा से सैयद महमूद अली चिश्ती की रिपोर्ट।
हरदा। स्वसहायता समूहों के माध्यम से आत्म निर्भर बनाने के लिये मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन महिलाओं को प्रशिक्षण तो देता ही है, साथ ही बैंकों के माध्यम से ऋण भी दिलाता है। हरदा जिले के हंडिया निवासी स्मिता तिवारी ने बताया कि वह जब से सात सहेली आजीविका स्वसहायता समूह से जुड़ी हैं, तब से उसके जीवन में बदलाव और सुधार शुरू हुआ है। समूह की बैठकों में शामिल होकर उसका आत्म विश्वास बढ़ा है।
श्रीमती स्मिता तिवारी ने बताया कि उनके समूह की महिलाओं को आरसेटी के माध्यम से प्रशिक्षण मिला। बैंक से समूह को पूँजी मिली, जिसमें से उसने 30 हजार रूपये ऋण लेकर अपनी छोटी सी दुकान का विस्तार किया। कुछ दिन बाद मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हंडिया शाखा से स्मिता को एक लाख रूपये का ऋण मिल गया, जिससे उसने आटा चक्की शुरू कर दी। आटा चक्की का व्यवसाय चल निकला और धीरे-धीरे स्मिता की आय बढ़ती गई, जिससे परिवार में खुशहाली आने लगी। अब वह ऋण की किश्त हर माह चुकाने के बाद भी अपने परिवार के लिये राशि बचा लेती है। बचत बढ़ने लगी तो स्मिता ने अपने बच्चों का एडमिशन अच्छे स्कूल में करा दिया, अब परिवार के सभी लोग बहुत खुश है।
हरदा से सैयद महमूद अली चिश्ती की रिपोर्ट।