वाराणसी में आवारा पशुओं पर काम करने वाले पशु प्रेमियों ने उठायी अपनी आवाज।
आवारा कुत्तों के लिए स्वांग केंद्र बनाना पूरी तरह से गलत है।
वाराणसी से रोहित सेठ संग मनीषा की रिपोर्ट।
वाराणसी। वाराणसी में आवारा गोवंश के गौशाला की तर्ज पर अब यूपी में आवारा कुत्तों के लिए केंद्र बनाने की बात हाल में ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है।
योगी के इस बयान के बाद अब पशु प्रेमियों ने इसके खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया है। वाराणसी में आवारा पशुओं पर काम करने वाले पशु प्रेमियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसको लेकर आवाज उठाई है। पशु प्रेमी स्वाति बलानी, मल्लिका बनर्जी, रितु सूद,आभा सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सुर में कहा कि आवारा कुत्तों के लिए स्वांग केंद्र बनाना पूरी तरह से गलत है।
बताते चलें कि इसके पहले भी इस तरह की पहल गुजरात के सूरत, राजस्थान के जोधपुर में हो चुकी है लेकिन ये व्यवस्था पूरी तरह फेल रही है। पशु प्रेमी स्वाति बलानी ने बताया कि कुत्तों के साथ इंसानों का पुराना सम्बन्ध है। खास कर काशी में कुत्तों को यहां के कोतवाल काल भैरव की सवारी माना जाता है। ऐसे में सड़कों से कुत्तों को हटाए जाना पूरी तरह से गलत है। मल्लिका बनर्जी ने बताया कि वाराणसी के गौशाला केंद्रों में अभी गोवंश को ठीक तरीके से देखभाल भी नहीं हो पा रही है।
ऐसे में कुत्तों के लिए अलग केंद्र बनाकर सरकार उनकी देखरेख कैसे कर पाएगी और गायों की तरह ज्यादा संख्या में कुत्ते एक साथ भी नहीं रह सकते। ऐसे में हमारी मांग है कि सरकार को इन आवारा कुत्तों के टीकाकरण के बाद सड़कों पर ही छोड़ देना चाहिए।
रोहित सेठ संग मनीषा की रिपोर्ट।