जियो टॉवर का संचालन ठीक से नहीं होने के कारण उपभोक्ता हो रहे हैं परेशान।
बागेश्वर जिला मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर दूर कपकोट ब्लाक में ग्राम पंचात चचयि में जियो टावर का संचाल मनमाने ढंग से किया जा रहा। कभी दिन भर तो कभी रात भर सहित तीन तीन दिनों तक के लिए बंद कर दिया जाता है।
कनलगढ क्षेत्र में लगे इस जियो के मोंबाइल टावर से लोगों में पहले काफी उतसाह था मगर धीरे धीरे टावर संचाल में मनमाने ढंग से आपरेटर करने में लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
आधुनिक भारत में आज सारी चीज़ें आनलाइन परचेज की जाती हैं। इस क्षेत्र में अनेकों बेरोजगार महिला पुरुष हर प्रकार से अपनी आजीविका चलाने.के लिए आनलाइन काम करते हैं। क्षेत्र की जनता के कथनानुसार दो साल तक कोरोना काल में जहां आनलाइन पढाई की व्यवस्था सरकार द्वारा दी गयी मगर यहां के मोबाइल टावर संचालकों ने मनमाने ढंग से टावर संचालन का कार्य किया। लम्बा क्षेत्र होने से ऐसे मौके पर अनेकों बार गर्भवती महिलाओं सहित अन्य बिमार आदमियों को भी इस कठिनाई का सामना करना पड़ता है समय समय पर। मोबाइल टावर के क्षेत्र में आने वाले कुछ गांवो के नाम इस प्रकार हैं: ग्राम चचयी, नान, कन्यालीकोट, बैसानी, लामबगड, सन सहित दर्जनों अन्य गांव आते हैं।
उत्तराखंड राज्य से महेन्द्र सिंह बिष्ट की रिपोर्ट।