जूडो कराटे प्रशिक्षकों के मध्य प्रतिस्पर्धा होने के कारण झूठे प्रकरण में फंसाए गए आरोपी दोषमुक्त।
सैयद महमूद अली चिश्ती की रिपोर्ट।
हरदा। जूडो कराटे प्रशिक्षकों के मध्य प्रतिस्पर्धा होने के कारण झूठे प्रकरण में फंसाए गए आरोपी नीलेश सेन और युसूफ खान को दोषमुक्त कर दिया है। 6 जून से 9 दिसंबर 2017 के मध्य हुई इस घटना के मामले में फैसला 29 दिसंबर 2022 को पांच वर्ष बाद हुआ। आरोपियों की ओर से पैरवी प्रकाशचद्र टांक और उनके साथी अधिवक्ता राहुल करवाल रामोतार गहलोत यश टांक ने की। आरोपीगण नीलेश सेन और युसूफ खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता अपराध क्रमांक 1173/ 1217 थाना हरदा में पंजीबद्ध किया गया था।
आरोप था कि शासकीय महाविद्यालय हरदा में कपड़े बदलते समय और वाटर पार्क की कुछ अश्लील फोटो वायरल की गई। इसको लेकर जूडो कराटे क्लास में उनका मानसिक शारीरिक शोषण किया जाता है। पुलिस ने मामले को दर्ज कर इसको गंभीरता से लेकर अनुसंधान किया और अभियोग पत्र माननीय न्यायालय में पेश किया।अभियोजन के द्वारा आठ साथियों के कथन करवाए गए।
बचाव पक्ष की ओर से तीन साथियों ने बयान दिया जिससे यह निष्कर्ष निकल कर सामने आया कि प्रशिक्षकों की प्रतिस्पर्धा के कारण आरोपियों को झूठा फंसाया गया। उभय पक्ष के कथन श्रवण कर प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश हरदा पीठसीन अधिकारी राजेन्द्रसिंह ठाकुर ने दोनों आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया है।
सैयद महमूद अली चिश्ती की रिपोर्ट।