सिलवानी
एसडीएम घर में, मेडम लॉकडाउन में सीख रहीं कार चलाना।
सिलवानी। एक ओर जहां भारत सरकार द्वारा विश्व में फैली महामारी के चलते सम्पूर्ण भारत में लॉकडाउन लगाकर सभी को अपने घरों में रहने की अपील की गई है परंतु सिलवानी में सैया भये कोतवाल तो डर काहे की तर्ज पर एसडीएम की पत्नि के द्वारा सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
ऐसा ही एक मामला सिलवानी में उजागर हुआ।
पिछले तीन दिनों से एसडीएम अनिल जैन की धर्मपत्नि एसडीएम को सरकारी कार्य के लिये आवंटित बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 02 ए.व्ही. 6616 को स्वयं कार सीखने में उपयोग कर रही हैं। उन्होंने लॉकडाउन को अपना मनोरंजन का मौका देखते हुये नगर की सुनसान खाली सड़क पर फर्राटे से कार सीख रही हैं।
इस बात से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जिन पर सम्पूर्ण अनुभाग में लॉकडाउन के पालन की जिम्मेदारी है उनकी धर्मपत्नि ही नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं।
तब ये साहब किस तरह आम लोगों से नियमों का पालन कराने में कामयाब होते होंगे।
बताया जाता है कि एसडीएम अनिल जैन स्वयं सरकारी कार्य सिर्फ अपने कार्यालय से ही संपादित कर रहे हैं। वे नगर या क्षेत्र में निकलना मुनासिब नहीं समझते हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 02 ए.व्ही. 6616 से एक मेडम सियरमउ रोड पर प्रतिदिन सायंकाल कार सीखने के लिए निकलती हैं।
मीडिया कर्मियों ने जब कार का पीछा कर कार को रोका तो मेडम ने बताया कि उनकी कार खराब हो गई इसलिये इस कार में वे बैठी हैं। जबकि वह इस कार को स्वयं ड्राइव कर रही थीं।
मीडिया जब वीडियो बनाने लगे तो वह कार से उतर कर पीछे की सीट पर बैठ गईं।
पूर्व में भी ये एसडीएम सिलवानी में पदस्थ रहे और उनकी कार्यशैली हमेशा ही विवादित रही है। वह हमेशा ही समाज विशेष के पक्ष में निर्णय लेते रहे हैं। उनके कार्यकाल में कृषि मंडी से लगी हुई कृषि प्रक्षेत्र की भूमि पर पटवारी हल्का के नक्शे में भी छेड़छाड़ कर बेशकीमती भूमि पर अतिक्रमण करा दिया गया।
उत्कृष्ट विद्यालय की खेल मैदान की भूमि के नक़्शे में छेडछाड़ कर और मामला माननीय न्यायालय में जाने के बाबजूद भी समाज विशेष व्यक्ति को अतिक्रमण करा दिया।
थाना तहसील के चौराहे पर एक स्तंभ का निर्माण भी विवाद की स्थिति में हुआ है।
इस संबंध में एसडीएम अनिल जैन से बात करना चाही तो उन्होंने मीडिया से झल्लाते हुये उनके बंगले का वीडियो बनाने पर खरी खोटी सुनाई और बात करने से इंकार कर दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट श्रीराम सेन।