इंदौर के मूल निवासी आईएएस अधिकारी डॉ.अशोक भार्गव ने किया कमाल। मध्यप्रदेश के रीवा और शहडोल के संभागायुक्त हैं डॉ.भार्गव।

शहडोल

इंदौर के मूल निवासी आईएएस अधिकारी डॉ.अशोक भार्गव ने किया कमाल।

मध्यप्रदेश के रीवा और शहडोल के संभागायुक्त हैं डॉ.भार्गव।

दोनों ही संभागों के सभी जिलों में आज 14 अप्रैल तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं
लॉकडाउन का संख्ती से कराया पालन।

संभागायुक्त डॉ.अशोक भार्गव की संपूर्ण शिक्षा इंदौर में ही हुई है और आज भी उनका परिवार इंदौर में ही रहता है।

मध्यप्रदेश के 10 संभाग में से 8 संभागों के किसी ना किसी जिले में कोरोना वायरस का प्रकोप हुआ है लेकिन रीवा तथा शहडोल संभाग के किसी भी जिले रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में अब तक कोरोना से एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया है। संभागायुक्त डॉ.अशोक भार्गव इसका श्रेय टीम वर्क को देते हैं। उनका कहना है कि आम जनता की तपस्या तथा अधिकारियों के परिश्रम से कोरोना से जंग के प्रथम चरण में विजय मिली है, यह दोनों संभाग के जनमानस की जीत है। प्रथम चरण में लॉकडाउन सफल होने पर उन्होंने दोनों संभागों के सभी जिलों के डॉक्टरों, पेरामेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पुलिस, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और मीडिया का आभार व्यक्त किया है। साथ ही लॉकडाउन के दूसरे चरण में इसी तरह का टीम वर्क निरंतर रखने के निर्देश दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण की सूचना पाते ही संभागायुक्त डॉ.अशोक भार्गव ने दोनों संभाग के सभी जिलों की सीमाओं को सख्ती से सील करने के निर्देश दिए। सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ ही वे स्वयं भी मैदान में उतर पड़े। हर जिले में हर स्तर पर टीम वर्क पर विशेष ध्यान दिया गया।

जैसे ही लॉकडाउन शुरू हुआ तो पूर्ण सख्ती के साथ इसका पालन कराया गया। प्रत्येक जिले की हर दिन समीक्षा तथा कलेक्टरों के साथ लगातार समन्वय स्थापित करते हुए स्वयं भी दिन-रात मैदान में उतर कर कार्य करने का ही यह नतीजा रहा कि आज 14 अप्रैल तक दोनों संभागों में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है। दोनों संभागों के हर जिले में कोरोना से निपटने के लिए टीमें पूरी तरह तैयार हैं। अस्पतालों में सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण हैं।

इस संबंध में चर्चा करने पर संभागायुक्त डॉ.अशोक भार्गव ने कहा कि आम जनता द्वारा लॉकडाउन के प्रतिबंधों तथा अन्य सुरक्षात्मक उपायों का पालन करने से यह कठिन कार्य संभव हो पाया है। कोरोना की घातक महामारी से युद्ध का प्रथम चरण 14 अप्रैल को पूरा हुआ। इस चरण में कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह से नियंत्रित करने में रीवा तथा शहडोल संभाग सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 22 मार्च से लागू धारा 144 (1) के प्रतिबंधों तथा 25 मार्च से लागू टोटल लॉकडाउन के कठोर प्रतिबंधों में आम जनता ने सुरक्षित सामाजिक दूरी तथा अन्य प्रावधानों का पालन कर पूर्ण सहयोग किया। मुझे विश्वास है कि अब शासन द्वारा 3 मई तक लागू लॉकडाउन के निदेर्शों का दोनों संभागों के आमजन संयम, साहस और संकल्प के साथ पालन करेंगे।

लॉकडाउन की अवधि में शासन के निदेर्शों के अनुरूप अति आवश्यक सेवाएं बहाल रखने तथा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
कमिश्नर डॉ. अशोक भार्गव ने आम जनता एवं अन्य संबंधितों से द्वितीय चरण में 3 मई तक लॉकडाउन का पालन करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कही गई 7 बातों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस से डरना नहीं लड़ना होगा। इस वायरस को हराना होगा। वायरस को लेकर हम डरें नहीं, भयभीत ना हों, दहशत में ना रहें वरन संकल्प एवं साहस के साथ इसका सामना करें।

अफवाहों और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी जानकारियों के प्रभाव से पूरी तरह से सावधान रहें। हमारा उद्देश्य, हमारा मिशन कोरोना को हराना है और इंसानियत को जिताना है।

ब्यूरो रिपोर्ट अरविंद द्विवेदी शहडोल।

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