23 साल की उम्र में अनुराधा ने 7 महीनों में 25 दूल्हों को ठगा, पहले एग डोनर थी

भोपाल
 लुटेरी दुल्हन अनुराधा पासवान अभी सवाई मधोपुर पुलिस की कस्टडी में है। वहां के विष्णु शर्मा से शादी के बाद अनुराधा पासवान भाग गई थी। इसके बाद पुलिस ने भोपाल से उसे गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद अनुराधा के बारे में कई राज खुले हैं। वह पहले से शादीशुदा थी। साथ ही उसके दो बच्चे भी हैं। पति से तलाक नहीं हुआ है। पति और बच्चों को छोड़कर वह भोपाल में रह रही थी। भोपाल में ही रहने के दौरान वह शादी कराने वाले गिरोह का हिस्सा बनी है। गिरोह के लोगों को जरिए ही अनुराधा लोगों से शादी के नाम पर ठगी करने लगी।

सात महीने में 25 शादियां

पुलिस ने उन 25 पीड़ित लोगों की पहचान कर ली है, जिनसे अनुराधा पासवान ने इन सात महीनों में शादी की थी। आशंका है कि पीड़ितों की संख्या बढ़ भी सकती है। यह गिरोह मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय है। अनुराधा के फोन में पुलिस को मैसेज मिले हैं कि वह एजेंट पर दबाव बनाती थी कि जल्दी से शादी कराओ, नहीं तो मैं दूसरी देख रही हूं।

भोपाल में कुछ दिन एग डोनर का काम करते हुए गोलू नाम के युवक के संपर्क में लुटेरी दुल्हन आई। गोलू उस गिरोह का सदस्य था, जो फर्जी शादी कराता था। लुटेरी दुल्हन अनुराधा पासवान को हर शादी के एवज में 50 हजार दिये जाते थे। गिरोह के सदस्यों ने अनुराधा पासवान को निर्देश दिए थे कि, शादी के 7 दिनों में घर से फरार होना है। इकरारनामे के जरिए शादी कराई जाती थी। अनुराधा पासवान को अनाथ बताया जाता था। लोकल एजेंट के जरिए पूरा जाल बिछाया जाता था। गिरोह में गोलू, मजबूत सिंह यादव, रोशनी, रघुवीर और सुनीता का नाम सामने आए हैं। ठग दूल्हे के परिवार से 2 से 5 लाख रुपए लेते थे। इसके अलावा सात दिनों के भीतर जितना कीमती सामान दूल्हा के घर से बटोरा जा सकता, अनुराधा बटोरकर फरार हो जाती। फिलहाल, पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।

7 से 15 दिन का होता था टारगेट

अनुराधा पासवान एक शादी के बाद ससुराल में 7 से 15 दिन तक रहती थी। इस दौरान वह पत्नी और बहू होने का पूरा धर्म निभाती थी। सवाई माधोपुर में विष्णु शर्मा के घर पर वह 12 दिनों तक रही थी। इसके बाद भाग गई थी। अनुराधा जब ससुराल से भागती थी तो वहां से कीमती सामान और जूलरी लेकर भागती थी। इसके बाद वह दूसरे शिकार की तलाश पर निकल जाती थी।

एक शादी पर मिलते थे 50000 रुपए

फर्जी शादी कराने वाले लोगों का पूरा गैंग है। उनके निशाने पर ऐसे लोग होते थे, जिनकी शादी नहीं हो रही होती है। लोकल एजेंट के जरिए ये लोग उन्हें फंसाते थे। इसके बाद पीड़ितों से शादी के बदले में दो से तीन लाख रुपए लेते थे। इसमें से 50000 रुपए पर शादी अनुराधा को मिलते थे। रुपए मिलने की वजह से अनुराधा को फर्जी शादी का चस्का लग गया था।

अनाथ है यह..

वहीं, शादी से पहले एजेंट दूल्हा पक्ष के साथ इकरारनामा कराते थे कि दुल्हन अनाथ है। इसका पूरा ख्याल रखना है। अनुराधा ने बचपन से गरीबी देखी है। इसे माता-पिता का प्यार नहीं मिला है। इससे अच्छे से रखोगे तो यह लोगों का ख्याल रखेगी।

भोपाल में भी कर ली थी शादी

सवाई माधोपुर से भागकर अनुराधा पासवान ने भोपाल में भी शादी कर ली थी। पुलिस जब इसे गिरफ्तार करने पहुंची तो वह ससुराल में थी। राजस्थान पुलिस की टीम जब ससुरालवालों की इसकी हकीकत बताई तो लोग सन्न रह गए। वहीं, उनलोगों ने कहा था कि शादी के लिए दो लाख रुपए दिए हैं। आपलोग इसे ले जाने से पहले दो लाख रुपए दीजिए।
पति से नहीं हुआ था तलाक

अनुराधा पासवान मूल रूप से यूपी के महाराजगंज की रहने वाली है। वहां उसने विशाल नाम के युवक से शादी की थी। विशाल से अनुराधा के दो बच्चे भी हैं। एक बेटा और बेटी है। सभी को छोड़कर वह भोपाल में रहने लगी थी। पहले पति से उसका कानूनी रूप से तलाक भी नहीं हुआ है और अनुराधा ने 25 शादियां कर ली है।

अनुराधा की तरह अन्य महिलाएं भी

वहीं, गैंग में अनुराधा की तरह अन्य महिलाएं भी हैं, जो फर्जी शादी करने का काम करती थी। गिरफ्तार एजेंट के पास से 15-20 महिलाओं की तस्वीर मिले हैं। पुलिस उन सभी की जांच कर रही है। साथ ही गिरोह के अन्य लोगों की तलाश कर रही है।

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