शहडोल
शहडोल जिला अस्पताल में डॉक्टर्स और पुलिसकर्मियों के बीच हुई मारपीट की घटना ने चिकित्सा समुदाय में आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। अनुविभागीय दंडाधिकारी सोहागपुर, अरविंद शाह ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू कर दी है। जांच के तहत 24 मई को स्थानीय एसडीएम कार्यालय में सभी प्रभावित व्यक्तियों और संगठनों से कथन दर्ज कराने की अपील की गई है।
जानकारी के अनुसार, घटना 16 मई की रात को हुई थी, जब छह पुलिसकर्मियों ने जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णेन्दु द्विवेदी के साथ मारपीट की। डॉ. द्विवेदी को इस घटना में गंभीर चोटें आई हैं, उनकी रीढ़ की हड्डी भी टूट गई है। मामले में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रांतीय राजपत्रित पशु चिकित्सक संघ ने कलेक्टर कार्यालय को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि पुलिसकर्मियों का यह व्यवहार अमानवीय और असंवेदनशील है, जो लोक सेवा आचरण नियमों के विपरीत है।
डॉक्टर के साथ मारपीट का आरोप सोहागपुर थाने के एएसआई शुभवंत चतुर्वेदी, प्रधान आरक्षक सिद्धार्थ रैकवार, हरेंद्र सिंह और आरक्षक पवन सिंह पर लगा है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि इन पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है, लेकिन अभी तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
इस घटना के बाद मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और म. प्र. मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन जैसे विभिन्न संगठनों ने भी अपनी आवाज उठाई है। डॉ. केदार सिंह, जिला दंडाधिकारी ने एसडीएम अरविंद शाह को प्राधिकृत जांच अधिकारी नियुक्त किया है, और उन्हें 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
संघ के प्रवक्ता ने कहा, हम इस घटना की घोर निंदा करते हैं। यह न केवल एक चिकित्सक के खिलाफ की गई हिंसा है, बल्कि यह पूरे चिकित्सा समुदाय के लिए एक खतरा है। हमें न्याय की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस मामले में अभी तक कोई निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे चिकित्सा समुदाय में भय और आक्रोश व्याप्त है।
क्या था मामला?
ये घटना दो दिन पहले शुक्रवार की देर रात की बताई गई है, जब जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर कृष्णेद्र द्विवेदी रात को ड्यूटी से लौटकर अपने घर के कुछ दूर अपनी कार में बैठे थे. तभी वहां से सोहागपुर थाने के ASI गस्त के दौरान वहां से गुजरे. तो कार सड़क के के किनारे खड़ी पाया. कुछ देर बाद लगभग देर रार डेढ़ बजे जब वो गस्त से दोबारा लौटे तब भी कर दिखी, तब ASI शुभवंत चतुर्वेदी कर के पास जाकर डॉक्टर से पूंछतांछ की की आप कौन है ,क्यो देर रात यहां है, इसी बात को लेकर डॉक्टर भड़क गए,और डॉक्टर ,ASI के बीच बहस होने लगी. बहस के दौरान ASI ने कार की चाबी ले ली, तब डॉक्टर और भड़क गया,और ASI के बीच झूमाझटकी गुत्थमगुत्था होने लगी, झूमाझटकी में ASI की वर्दी भी फट गई.
इसी दौरान ASI के साथ एक अन्य पुलिस कर्मी घटना का वीडियो बना रहा था उसका मोबाइल भी डॉक्टर ने गिरा दिया.
डॉक्टर की पत्नी और उसके पिता भी वह पहुच गए. ASI ने किसी तरह अपने को छुड़ाकर सेट काल कर अन्य पुलिस वालो को बुला लिया. और फिर आये पुलिस कर्मियों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की , और उसे सोहागपुर थाने ले जाकर घण्टो बैठाए रखा. डॉक्टर का आरोप है कि उसके साथ पुलिस वालो ने जमकर मारपीट की. लात घुसो डंडे से पीटा.जिससे उसे काफी चोटआई. डॉक्टर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया. जहां उसका मेडिकल हुआ. और पुलिस अधिकारियों ने डॉक्टर के बयान लिए.
डॉक्टर मिले कमिश्नर से
इस घटना के बाद शनिवार को डॉक्टरों का एक दल शहडोल कमिश्नर से मिला और कार्रवाई कि मांग की. रविवार को डॉक्टर असोसिएशन से एसपी से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की. एसपी ने पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी को जांच सौपी और जांच होने तक ASI को लाइन अटैच कर दिया.
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई थाने में रिपोर्ट
सोमवार को डॉक्टर की पत्नी ने सोहागपुर थाने में अपने पति डॉक्टर कृष्णेद्र द्विवेदी के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई. वहीं, ASI शुभवंत चतुर्वेदी ने भी एक रिपोर्ट डॉक्टर के खिलाफ दर्ज कराई. तब पुलिस ने ASI समेत 6 पुलिस कर्मियों और डॉक्टर, डॉक्टर की पत्नी और उसके पिता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया.