इंसानियत को शर्मसार कर देना
वाला मामला।
10 घंटे के नवजात शिशु को उसकी माँ 40 डिग्री तामपान कि तपीश में तीन घंटे बस स्टैंड पर लेकर घर जाने के लिए तड़पती रही।
खातेगांव। जी हाँ यह मामला देवास जिले के खातेगांव बस स्टेंड के पास देखने को मिला।जहाँ एक बैबस मजबूर परिवार दस घंटे के नवजात शिशु को लेकर बैठा था और घर जाने के लिए कोई न कोई साधन मिल जाए उसकी राह देख रहा था।
जब इस परिवार से बातचीत की उनकी हकीकत जानी तो पूरा मामला सामने आया।
काटाफोड़ में रहकर मजदूरी करने वाले रामहेत कि पत्नी को अचानक प्रसव पीढ़ा हुई जिसे परिवार के लोगों ने काटाफोड़ शासकीय अस्पताल में ले गये जहाँ से डाक्टरों ने गंभीर स्थिति बताते हुए उसे हरदा जिला अस्पताल रैफर कर दिया। देर रात्री में रामहेत कि पत्नी को नारमल डिलेवरी हो गयी।डिलीवरी के करीब नो घंटे के बाद प्रसूता को अस्पताल से घर जाने कि छुट्टी भी मिल गयी।
वह एम्बुलेंस से घर जाने के लिए तैयार हो गयी है। एम्बुलेंस पायलट ने प्रसूता को काटाफोड़ की बजाय खातेगांव बस स्टेंड पर ही छोड़ गया।
जहाँ प्रसूता अपने नवजात शिशु को लेकर घंटों तड़पती रही। जिसकी सूचना खातेगांव थाना प्रभारी सज्जन सिंह मुकाती को मिली। थाना प्रभारी ने मानवता दिखाते हुए तुरंत वाहन कि व्यवस्था कराई और प्रसूता परिवार को उनके गांव छुड़वाया। इस पूरे मामले ने एक बार फिर इंसानित को शर्मसार कर दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट आमीन मंसूरी।