आष्टा
जमीयत-ए-उलेमा हिंद द्वारा जरूरतमंद को घर घर पहुँचाया जा रहा खाना।
लगातार कोरोना वायरस के चलते सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए। जिससे कई परिवारों के सामने रोज़ी रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।
आष्टा की विशेषता रही है कि गंगा जमुना तहजीब पर हिंदु मुस्लिम के सभी समाजसेवियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लेकर यह सुनिश्चित किया कि नगर में कोई भी भूखा नहीं सोएगा।
अलग अलग जगह पर आधा दर्जन स्थानों पर रसोई बनाई जा रही है।
जुम्मापुरा जमातखाना में जमीयत-ए-उलेमा हिंद के जवाबदार लोग रोज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भोजन बनवा रहे हैं।
कार्यकर्ता द्वारा खाने को पैक कर नियमों का पालन करते हुए जरूरतमंदो के यहां समय पर खाना बंटवा रहे हैं।
दानदाता इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाये जाने से हालत यह हैं कि गरीबों के साथ साथ मध्यम वर्ग के लोग भी इस परेशानी से कहीं न कहीं जूझने लगे हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट शैख़ फैज़ान।