मुंगेली
पूर्ण शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस की ही एक नेत्री का पुत्र शराब की तस्करी करता रंगे हाथों पकड़ा गया है
और उसका साथ कोई और नहीं बल्कि पुलिस के कांस्टेबल दे रहे थे । भारत में जारी लॉक डाउन के दौरान पुलिस की छवि निखर कर आयी है लेकिन मुंगेली जिले के तीन आरक्षको ने उस छवि को एक बार फिर दागदार कर दिया है। शराब दुकान बंद होने से लगातार मध्य प्रदेश से शराब की तस्करी की जा रही है। छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री सरकारी नियंत्रण में होने के कारण यहां अवैध रूप से शराब की बिक्री संभव नहीं। लेकिन मध्य प्रदेश में अब भी शराब ठेकेदारों के माध्यम से बेची जाती है, इसीलिए मुंगेली जिले के लोरमी ब्लॉक के सीमावर्ती क्षेत्र से शराब मंगाई जा रही है। इस क्षेत्र की कांग्रेस नेत्री माया रानी के पुत्र राहुल सिंह द्वारा मुंगेली जिले के ही पुलिस कर्मियो के साथ मिलीभगत करते हुए बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब की तस्करी की जा रही थी।इसकी जानकारी मुंगेली पुलिस को हो गई , जिसके बाद एसडीओपी लोरमी और खुड़िया प्रभारी चिंतामणि मालाकार ने अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के सुदूर ग्रामीण अंचल औरापानी के रास्ते में मोहा भांचा के करीब रात को नाकेबंदी की। इस दौरान वहां से बोलेरो क्रमांक सीजी 28 जे 3073 गुजरी। इसे रोक कर तलाशी लेने पर उसमें भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब मिली ।
इस वाहन में कुल 5 लोग सवार थे जिनमें माया रानी का पुत्र राहुल सिंह के अलावा चालक राजेंद्र साहू और 3 कांस्टेबल भी थे। यातायात विभाग में ड्यूटी रत पवन गंधर्व के अलावा फास्टर पुर थाने में पदस्थ कॉस्टेबल लोकेश सिंह राजपूत और गजेंद्र यादव भी शराब तस्करी में लिप्त पाए गए हैं लेकिन पूछताछ के दौरान ही लोकेश सिंह राजपूत और राजेंद्र यादव फरार होने में कामयाब हो गए। इनके पास से खुड़िया पुलिस ने अलग-अलग ब्रांड के 52 लीटर अंग्रेजी शराब जप्त किया है और सभी आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं पर अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
प्रदेश में शराब नहीं मिलने के कारण मुनाफे के लालच में कुछ लोग मध्य प्रदेश से शराब की तस्करी कर रहे हैं, लेकिन हैरानी इस बात की है कि इसमें पुलिस की भी मिलीभगत निकलकर सामने आई है।
ब्यूरो रिपोर्ट मूकेश
मेवाड़ा।