बैतूल।
बैतूल। मैं परिवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षक पदेन थाना प्रभारी गंज अपने साथ तीन सुई, धागा और कैंची, कपड़ा लेकर चलता हूँ। वायरस के सुरक्षा कवच मास्क न पहनने वालों को मौके पर ही कपड़े की एक पट्टी, चार डोरी और एक सुई देता हूँ और उसी अवस्था में कपड़े को सिलकर मास्क बनवाने की कोशिश करता हूँ।
मास्क पहनना भी सिखाते हैं कि ऊपर की डोरी कान के ऊपर से बंधती हैं। ऐसे ही अर्जुन नगर सांसद डीडी उइके जी के मोहल्ले में कुछ वरिष्ठ महिलाएं पट्टी में बैठकर बातें कर रहीं थी। जिसमें चार वृद्धा पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाओं को मास्क बनवाये और बंधवाए।
लोगों ने मास्क के फायदे पूछे:
उन्होंने एक नारा भी लगाया;
पहन लिया है मास्क,
भाग कोरोना भाग।
थाने में आये शिकायतकर्ता की रिपोर्ट सुनी साथ ही उनसे मास्क सिलवाकर उन्हीं को पहनाए।
गश्ती के दौरान मचना नगर के पास एक युवा ने मास्क सिला और ट्राई सायकिल में चल रहे असहाय भाई को पहनाया।
पुलिस के सहयोग से उस युवा साथी ने देशहित, मानव कल्याण के लिए अच्छा काम किया।
मुझे मालूम है कि ये कोई बड़ा काम नहीं है लेकिन जिस दिन कोरोना के जंग का इतिहास लिखा जाएगा तो गंज थाने का नाम कोरोना से लड़ने वाले योद्धाओं में लिखा जाएगा न कि वायरस फैलाने वाले कायरों के रूप में।
ब्यूरो रिपोर्ट इमरान खान बैतूल।