टीकमगढ़ बछौड़ा
सरकार के आदेश की खुले आम उड़ाई जा रही धज्जियां।
टीकमगढ़ जिले के खरगापुर संकुल अन्तर्गत ग्राम पंचायत धरमपुरा के बछौडा में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अंतर्गत प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के बच्चों को नोवेल कोरोना वायरस से फैलने वाली बीमारी के संक्रमण से बचाव हेतु राज्य शासन द्वारा आगामी आदेश तक पका हुआ मध्यान्ह भोजन वितरण बंद करने के निर्देश दिए गए थे।
राज्य सरकार द्वारा निर्णय के अनुसार मार्च-अप्रैल के अवकाश के दिवसों में बच्चों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रावधान अनुसार खाद्य सुरक्षा भत्ता प्रदाय करने के आदेश राज्य सरकार ने दिए थे।
33 दिवसों का खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाना था।
जिसमें बच्चों को गेहूं समूह द्वारा वितरित किया जाना था।
लेकिन हरिओम स्व सहायता समूह बछौड़ा द्वारा माध्यमिक व प्राथमिक शालाओं के बच्चों को सिर्फ एक किलो गेहूं, 200 ग्राम चावल ही दिए जा रहे हैं।
सरकार के द्वारा बच्चों के लिए कितनी भी योजनाएं लेकर आए लेकिन जमीनी स्तर पर सिर्फ योजनाओं का माखौल उड़ाया जाता है।
ऐसा ही बछौडा गांव में देखने को मिल रहा है। जहां हरिओम स्व सहायता समूह के द्वारा बच्चों को सिर्फ आधे से कम राशन ही दिया जा रहा है। ऐसे में बच्चों का कहना है की इतना राशन तो हमें एक माह के लिए भी नहीं है। जबकि शासन के द्वारा प्राथमिक शाला के बच्चों के लिए 3 किलो 300 ग्राम, माध्यमिक शाला के बच्चों को 4 किलो 950 ग्राम राशन मिलना था।
लेकिन समूह वालों ने सिर्फ गेहूं और चावल दोनों मिलाकर एक किलो दिया गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट जमील खान।