नरसिंहपुर जरा सी चूक गंभीर चुनौती बन कर उभर सकती है:कलेक्टर
जिला आपदा प्रबंधन समूह की चौथी बैठक सम्पन्न।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष संदीप पटैल, मनोहर साहू, कमल तिवारी, शिवेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत सीईओ कमलेश कुमार भार्गव सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में जिले में कोरोना सैंपल की स्थिति, जिले की आवश्यकता अनुसार सर्विलेंस टीम, एमएमयू का गठन तथा घर-घर सर्वे की स्थिति, सैंपल कलेक्शन का परिवहन, निर्धारित लैब तक पहुंचाना, लंबित सैम्पल्स के टेस्ट रिपोर्ट की जानकारी, टेस्ट रिजल्टस की समीक्षा, चिकित्सालयों में पीपीई किट्स, मास्क, आदि की उपलब्धता, चिकित्सालयों में कोविड मरीजों की देखभाल के लिए आवश्यक व्यवस्था, कोरोना मरीजों के उपचार की स्थिति, जिले में लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के परिवहन तथा लोगों की अत्यावश्यक सामान तथा राशन, दवाईया, दूध एवं सब्जी आदि की उपलब्धता, ऐसे मजदूर, गरीब परिवार, श्रमिक एवं अन्य लोग जिन्हें फ्री फूड पैकेट्स देने की आवश्यकता है की पहचान एवं प्रदाय की व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई।
जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्ति न आने पाये इसके लिए जिले की बार्डर पर बनाये गये नाकों में कड़ाई से जांच की जा रही है।
बैठक में आमंत्रित अतिथियों द्वारा कहा गया कि यह सौभाग्य की बात है कि जिले में अब तक एक भी कोरोना पाजेटिव मरीज नहीं मिला है।
20 अप्रैल के बाद कुछ रियायतें, अत्यावश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने के सुझाव बैठक में आमंत्रित व्यक्तियों द्वारा दिये गये।
इसमें मोबाइल शॉप, इलेक्ट्रिकल्स की दुकानें आदि के लिए भी सशर्त छूट देने, ट्रेक्टर रिपेयरिंग, हार्वेस्टर रिपेयरिंग दुकानें सप्ताह में एक दिन खोले जाने के सुझाव शामिल थे। साथ ही पेट्रोल पम्पों पर एयर फिलिंग स्टेशन सुचारू रूप से चालू रखे जाने की बात सुझाव स्वरूप बताई गई।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन को ग्राम पंचायतों के माध्यम से वितरण कराने पर विचार करने कहा गया। शुगर मिलों से गन्ना किसानों को समय पर भुगतान किया जाये।
बैठक में कलेक्टर ने बताया कि निश्चित ही जिला ग्रीन जोन में है, किंतु हमारे पड़ोसी जिलों में कोरोना पॉजीटिव के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं।
लोडिंग व्हीकल के माध्यम से अभी भी जिले में बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही बनी हुई है, जो चिंता का विषय है। ऐसी स्थिति में हमें थोड़ा और इंतजार करने की आवश्यकता है।
20 अप्रैल के बाद शिथिलता करना उचित प्रतीत नहीं। जरा सी चूक हमारे लिए गंभीर चुनौती बनकर उभर सकती है। अत: 3 मई तक इस लॉकडाउन को यथावत रखने की आवश्यकता है।
इसके अलावा व्यापारी वर्ग किसानों से खरीदी करने के लिए लोडिंग व्हीकल के माध्यम से अपनी उपज परिवहन के सकते हैं। यह व्यापारी वही होंगे जो मंडी में रजिस्टर्ड हैं।
टोटल लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए जनता का समर्थन मिल रहा है। आगे भी इसी तरह का समर्थन कोरोना महामारी को परास्त करने के लिए आवश्यक है। टोटल लॉकडाउन की इस अवधि में नागरिकों की यथासंभव मदद की जायेगी। बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से कहा कि टोटल लॉकडाउन का पालन करने प्रशासन के साथ सभी तैयार हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट इमरान खान
नरसिंगपुर।