चिचोली कोरोना मुक्त हो बैतूल जिला। इस कामना के साथ लगाएं एक दीपक।
बैतूल जिले के गाँव, शहर के हर घर में जलेंगे, एक दीया पुण्य सलिला माँ ताप्ती के नाम जलाएं। दो दिन जिले के प्रभात पटट्न , खेड़ी सांवलीगढ़ , मुलताई, आमला, भैसदेही, आठनेर, चिचोली, शाहपुर, भौरा, घोडाडोंगरी, सारणी, पाथाखेड़ा, भीमपुर, बैतूल।
आज देश की दो सबसे बड़ी पश्चिम मुखी नदियों में शामिल पुण्य सलिला माँ सूर्यपुत्री नदी के 250 किलोमीटर के प्रवाह एवं बहाव क्षेत्र के साथ साथ पूरे ताप्तीचंल में सुबह शाम सात बजे एक दीया माँ ताप्ती के नाम पर जलेगा।
माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश ने ताप्तीचंल में बसे बैतूल जिले के दस जनपदों की सभी ग्राम पंचायतों के 1,473 गांवो में रहने वाली तथा बैतूल, मुलताई, चिचोली, आमला, सारनी, भैसदेही, आठनेर, बैतूल बाजार की शहरी जनता से अपील की है कि आने वाले सोमवार दिनांक 20 अप्रेल 2020 को प्रात: स्नान ध्यान कर एक दीया दीपक माँ पुण्य सलिला सूर्यपुत्री ताप्ती के नाम का सुबह 7 बजे एवं शाम 7 बजे जला कर माँ ताप्ती का आभार व्यक्त करें।
माँ पुण्य सलिला सूर्यपुत्री के तेज एवं तप के कारण बैतूल जिले में ग्रीष्म ऋतु के माह अप्रेल की 20 तारीख के बाद बैतूल जिला पूर्ण रूप में कोरोना नामक महामारी के प्रकोप से मुक्त होकर आरेंज से ग्रीन में आ जाएगा। माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पंवार के अनुसार बैतूल जिले ने प्रधानमंत्री के आह्वान पर ताली एवं थाली बजाने के आद 9 मिनट के लिए बिजली का लॉकडाउन करके दीपक जलाए हैं। जिले की जनता को एक बार मोक्ष दायनी, संकट हरिणी, पाप नाशिनी, पुण्य सलिला माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जिसके पावन जल का जिले की आधी से ज्यादा आबादी पेयजल के रूप में उपयोग करती है उस आधी आबादी को पूरी आबादी के संग माँ ताप्ती का आभार मानते हुए माता रानी के सम्मान में एक दीया जलाना चाहिए। जननी से बड़ी जन्मभूमि होती है और जननी और जन्मभूमि के आंचल में अमृत रूपी दुध की धारा बहाने वाली माँ सूर्यपुत्री ताप्ती के प्रति हमें सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए। श्री पंवार ने विश्वास जताया कि बैतूल जिले की धर्म प्रेमी जनता जिले की सीमा में लगभग 250 किलो मीटर के क्षेत्र में बहने वाली माँ ताप्ती के सम्मान में दीया जलाने की अपील का शत् प्रतिशत पालन करेगें। जानकारी समाजसेवी विजय आर्य ने दी।
ब्यूरो रिपोर्ट सुरेन्द्र बावने।