ठाणे भिवंडी। भाजपा नगरसेवक ने शासन, प्रशासन, मनपा पर लगाए गंभीर आरोप और किया निषेध।

ठाणे भिवंडी। भाजपा नगरसेवक ने शासन, प्रशासन, मनपा पर लगाए गंभीर आरोप और किया निषेध।

भूखे और गरीब लोगों की भावनाओं से हो रहा है खिलवाड़: निलेश चौधरी।

भिवंडी। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉकडाउन शुरू होते ही 25 मार्च से लेकर अब तक भिवंडी शहर में बेरोजगार, भूखे, मजदूरों को स्वयं का कम्युनिटी किचन चलाकर प्रतिदिन 15 हजार भूखे मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने वाले भाजपा के ज्येष्ठ नगरसेवक निलेश चौधरी ने शासन, स्थानीय प्रशासन, मनपा प्रशासन पर तीखे सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने शासन प्रशासन का कड़ा निषेध किया है।

मनपा नगरसेवक निलेश चौधरी ने बताया कि उनके द्वारा चलाए जा रहे धर्मराजा संस्था के कम्युनिटी किचन में प्रतिदिन 15 हजार लोगों के लिए 800 किलो चावल की वेज बिरयानी बनाकर उसे पैक करके विगत 25 दिनों से भिवंडी के हर क्षेत्र और आदिवासी बस्तियों में बांटा जा रहा है।

इस संस्था द्वारा पैक लंच बांटने की यह प्रक्रिया लॉकडाउन शुरू होने के पहले दिन से ही शुरू होकर आज तक पूर्ववत जारी है।

नगरसेवक चौधरी ने गंभीर आरोप लगाया कि भिवंडी के प्रांत अधिकारी कार्यालय, तहसीलदार कार्यालय, मनपा प्रशासन की तरफ से उन्हें आज तक एक पैसे की सहायता नहीं मिली है।

जबकि कोकण आयुक्त ने भिवंडी का दौरा करते समय  धर्मराजा संस्था के कम्युनिटी किचन का दौरा कर उसकी सराहना की थी।

इस दौरे में ठाणे जिला  जिलाधिकारी डॉ राजेश नार्वेकर, स्थानीय प्रांत तथा तहसील और मनपा के अधिकारी भी शामिल थे।

उसके बावजूद भी इतनी बड़ी संख्या में लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराने वाली संस्था को आज तक किसी तरह की सरकारी मदद नहीं दी गई।

जबकि शासन की तरफ से स्पष्ट आदेश है कि इस तरह स्वयंसेवी कम्युनिटी सेंटर चलाने वालों को राशन तथा अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाए।

भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका प्रशासन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए नगरसेवक निलेश चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि उनके द्वारा चलाए जा रहे कम्युनिटी किचन को अपना किचन बता कर मनपा के अधिकारी फ्रॉड कर रहे हैं।

मनपा प्रशासन के कर्मचारियों ने उनके किचन के पास बैनर लगाया था, जिसे उनके कार्यकर्ताओं ने फाड़ कर फेंक दिया।

मनपा आयुक्त और उनके अधिकारी कार्यालय में बैठकर केवल कागजों और फाइलों में आंकड़े जुटाने में लगे हुए हैं।

इससे सिद्ध होता है कि आज भी ऐसी विषम परिस्थिति में जब देश में लोग बेरोजगार होकर दाने दाने के लिए तड़प रहे हों। ऐसी भयंकर परिस्थिति में भी मनपा में भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है।

चौधरी ने स्थानीय विधायक महेश चौगुले का एक पत्र दिखाते हुए पत्रकारों को बताया कि इस संस्था के संदर्भ में भाजपा विधायक महेश चौगुले ने प्रांत अधिकारी, तहसीलदार और भिवंडी मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर धर्मराज संस्था द्वारा चलाए जा रहे कम्युनिटी किचन के संदर्भ में मदद देने के लिए कहा था।

लेकिन इन तीनों अधिकारियों ने विधायक के पत्र को भी महत्व नहीं दिया।

जबकि सरकार ने स्पष्ट आदेश दिया है कि किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा।

उन्हें हर तरह से जीवन की आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। विशेषकर असंगठित क्षेत्रों के मजदूरों के संदर्भ में सरकार ने पूरी तैयारी दर्शाई है।

गरीब परिवारों को सस्ते राशन के अलावा राशन की दुकानों से अतिरिक्त फ्री में राशन दिए जाने का निर्देश दिया गया है।

सरकारी आदेश के बावजूद भी भिवंडी महानगरपालिका आज तक सभी प्रभावों में कम्युनिटी किचन पूरी तरह से शुरू नहीं कर पाई है।

मनपा आयुक्त और मनपा के नेता केवल वादे और भाषणों से जनता को गुमराह कर रहे हैं।

इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में लॉकडाउन में फंसे लाखों बेरोजगार, हैरान, परेशान, भूखे दिहाड़ी और पावरलूम मजदूर को भोजन या खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने में प्रशासन किस तरह से लापरवाही बरत रहा है। जो किसी तरह से क्षमा योग्य नहीं है।

निलेश चौधरी ने कहा कि मनपा प्रशासन पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है।

उसे गरीब बेसहारा भुखमरी के शिकार बेरोजगार दिहाड़ी और पावरलूम मजदूरों की जान की परवाह नहीं है। ऐसे निर्लज्ज शासन प्रशासन का हम निषेध करते हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट मुस्तकीम खान भिवंडी।

पसंद आई खबर, तो करें शेयर