भीषण गर्मी में अरिहंत आरओ वाटर प्लांट दे रहा है लोगों को राहत। जानवरों को हरा चारा।
जहाँ एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से एक जुट होकर बड़ी दृढ़ता से युद्ध लड़ रहा है।
नागदा नगर में भी प्रशासन, पुलिस, समाज सेवी अपने अपने तरीके से निजात पाने की दुआ करने में लगे हुए हैं।
इसी क्रम में नागदा का अरिहंत आरओ वाटर प्लांट भी अपने आप में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
चाहे पूरे नगर में वाटर सप्लाई करना हो। चाहे मूक जानवरों को भोजन के रूप में हरा चारा खिलाना हो।
या फिर छोटे जानवरों को रोटियां खिलाना हो। अरिहंत अपना इंसानियत का कार्य बखूभी निभा रहा है।
पूरे नगर में सभी नागरिकों की प्यासी आत्मा को करते है तृप्त।
अरिहन्त प्लांट प्रतिदिन 2500 से 3000 पानी की केन नगर में सप्लाई करती है।
और तो और देश में लॉकडाउन लगने के बावजूद प्लांट में आने वाला पेमेंट शून्य रहा फिर भी अरिहन्त ने इसकी चिंता ना करते हुए अपनी सप्लाय चालू रखी और वाटर के रूप में नगर में कोई भी परेशानी नहीं आने दी।
और तो और जब लोगों के पास लॉकडाउन में पैसों की परेशानी आने लगी तो कई ग्राहकों ने पानी की केन बंद करने के लिए कहा। जब इसकी सूचना प्लांट के संचालक संदीप जैन को पता चली तो उन्होंने नगरवासियों के नो प्रॉफिट नो लॉस की इस्कीम चलाई परन्तु अपने प्रति लोगों का विश्वास नहीं टूटने दिया।
कोरोना से लड़ने वाले फाइटरों को प्रतिदिन 300 केन मुफ्त सप्लाई करता है अरिहंत प्लांट।
इस समय कोरोना फाइटर जो इस बीमारी से लड़ने में रात दिन एक किये हुए हैं जैसे डॉक्टर, अस्पताल, पुलिस, राजस्व विभाग उन्हें सेवा के रूप में 300 से ऊपर प्रतिदिन सप्लाय करता हैं प्लांट।
करीब 14000 से ऊपर तो एक लीटर की पानी की बॉटल अस्पतालों में रोगियों को मुहैया करा चुका है वाटर प्लांट।
जरूरतमंदों को राशन किट भी मुहैया कराई।
अरिहन्त प्लांट वाटर सप्लाई के साथ जरूरतमंदों को भोजन किट भी मुहैया करवा रहा है ताकि कोई भी भूखा ना रहे।
प्लांट के संचालक संदीप जैन का कहना है कि हम एक कोशिश कर रहे हैं।
इंसान कुछ साथ लेकर नहीं जाता बस दुआ ही साथ जाती है। हमारा भारत जल्द इस बीमारी से उबरे हम बस ये ही भगवान से कामना करते हैं।
जो सेवा अरिहन्त आरओ प्लांट सेवा दे रहा है वह बड़ा जनहित का और सराहनीय है।
ब्यूरो रिपोर्ट संजय शर्मा।