कोतमा-गरीबों के हक पर सेल्समेन का डाका। प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज न मिलने पर हंगामा।

कोतमा। गरीबों के हक पर सेल्समेन का डाका।

प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज न मिलने पर हंगामा।

कोतमा। भले ही प्रदेश के मुखिया गरीबों के मसीहा घोषणा वीर शिवराजसिंह चौहान ने गरीब हितैषी भाषण से वाहवाही लूट रहें हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और नज़र आ रही।

जैसे ही लॉकडाउन की घोषणा हुई वैसे ही मामा जी ने शपथ लेकर प्रदेशवासियों पर महेरबानियों की बरसात कर दी कि मेरे प्रदेश की आम जनता चिंता न करें कोई भी परेशान न हों। आपकी चिंता हम करेंगे जब तक लाकडाउन की स्थिति बनी रहेंगी किसी को भी खाने के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अपने भाषण में शासन द्वारा पात्र हितग्राहियों को मुफ्त राशन शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए लेकिन मुखिया जी का निर्देश अनूपपुर ज़िले के पसान नगर पालिका अंतर्गत अब तक नहीं आया।

पसान नगर पालिका अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर शासन के निर्देश के विपरीत कार्य किए जा रहे हैं।

राशन वितरण में पसान नगर पालिका अंतर्गत मनमाना रवैया अपनाया जा रहा।

पात्र हितग्राही प्रति सदस्य 5 किलो अनाज न मिलने पर शुक्रवार को भालूमाड़ा पुरानी नगर पालिका स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान पर हंगामा मच गया था।

जहां हंगामें की जानकारी लगते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाईश दी।

लेकिन शासकीय उचित मूल्य दुकान सेल्समैन निधि मिश्रा मनमानी पर उतारू हैं।

वही पुराने रवैया के अनुसार राशन वितरण किया जा रहा है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। राशन लेने पहुंचे लोगों ने बताया की हमें पात्रता पर्ची सदस्य अनुसार राशन नहीं दिया जा रहा है।

जिस हितग्राही की पात्रता शासन द्वारा 35 किलो निर्धारित की गई है। उसे सेल्समैन द्वारा 35 किलो राशन न देकर 25 किलो और जिनके पास 20 किलो राशन की पात्रता पर्ची है उन्हें 10 या 15 किलो राशन दिया जा रहा।

ऐसे ही कई परिवार के लोगों को उनके परिवार की सदस्य की संख्या के अनुसार राशन नहीं दिया जा रहा है।

जहाँ पर प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज की मांग हो रही थी जिसे सेल्समैन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।

लोगों ने बताया कि पूर्व से इस तरह से लापरवाही बरती जा रही है। ऐसी स्थिति में शासन प्रशासन को ध्यान देकर प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज उपलब्ध कराना चाहिए जिससे कि हर आदमी का पेट भर सके।

लोगों कहना था कि एक तरफ तो सरकार घोषणा कर रही है कि सबकी मदद की जाएगी कोई भी परेशान नहीं होगा।जिन परिवारों में सदस्यों की संख्या 5-6 से ज्यादा है ऐसे परिवारों का गुजारा भला इस तरह में कैसे हो सकता है।

कुछ लोग लॉकडाउन के चलते पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं और ऐसी मजबूरी है कि वे राशन लेने दुकान तक पहुंचते हैं परंतु सेल्समैन के द्वारा मनमानी रूप से राशन वितरण किया जा रहा है जिससे गरीब जनता को उनके हक का राशन नहीं मिल रहा है।

और हम अगर इसकी शिकायत करते हैं तो सेल्समैन निधि मिश्रा कुछ नेताओं के सहयोग से झूठे मामले में फँसाने की धमकी देती है।

मनमाने राशन वितरण में भाजपा क्यूँ है चुप।

भारतीय जनता पार्टी के जिम्मेदार पद अधिकारी एवं कार्यकर्ता मनमाने राशन वितरण मामले में आखिर क्यों चुप है। क्या सिर्फ मुख्यमंत्री की ही जिम्मेदारी है भाजपा नेताओं की नहीं है कि उनके क्षेत्र में गरीबों का क्या हाल है।

गरीबों को शासन द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का उचित लाभ मिल रहा है या नहीं। क्या सिर्फ शोसल मीडिया अखबार में सुर्खियां बटोरने के लिए है।

अभी कुछ दिन पहले हमने पसान क्षेत्र के भाजपा नेताओं की कुछ तस्वीरें देखी और पढ़ा कि लाकडाउन समाप्ति तक हर जरूरतमंद गरीबों की मदद करेंगे तो फिर अब क्या हुआ।

मनमाने तरीके से राशन वितरण मामले में क्यूँ चुप्पी साधे हुए हैं। अपने क्षेत्र की आम जनता को शासन द्वारा मिलने वाली योजनाओं का उचित लाभ दिलाएं।

पूर्व में जिला कलेक्टर से हो चुकी हैं शिकायत।

यह लिखा शिकायत में। वर्तमान समय में कोरोना वायरस जैसी महामारी के प्रभाव से गरीबों के हित में केन्द्र सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति को नि:शुल्क राशन 5 किलो चावल या गेहूं देने का प्रावधान को किया गया है उसका लाभ नगर पालिका क्षेत्र पसान के चार वार्ड 8,9,10 व 11 के गरीबों को नहीं मिल रहा है क्योंकि खाद्यन वितरण की संचालिका श्रीमती निधि मिश्रा के द्वारा वित्तीय अनियमितता करते हुए नि:शुल्क राशन वितरण की जो योजना है बीपीएल कार्डधारी के सदस्य संख्या के हिसाब से न देकर मनमानी तरीके से की जा रही है। जिसे जिला कलेक्टर द्वारा आज तक सही तरीके से संज्ञान में नहीं लिया गया जिससे आज भी गरीब परिवार के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर कुछ अधिकारियों द्वारा सही तरीके से जांच तक नहीं की गई जिससे आज गरीब जनता परेशान हैं।

इनका कहना: मै अभी मिटिंग में हूँ आधे घंटे बाद फोन लगाएं।

कमलेश पुरी
एसडीएम अनूपपुर

इनका कहना: पात्रता पर्ची में दर्ज सदस्य अनुसार ही राशन वितरण करना है अगर वितरण नियमानुसार नहीं हो रहा तो सेल्समैन के विरुद्ध कार्यवाही होगी।

विपिन पटेल जिला खाद्य अधिकारी अनूपपुर।

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