नागदा। एक हजार क्विंटल गेहूॅं की बंदरबाट न हो। निःशुल्क वास्तविक जरूरतमंद को मिले: विधायक।
नागदा। एक हजार क्विंटल गेहूॅं की बंदरबाट न हो। निष्पक्ष तरीके से शासन के निर्देश अनुरूप वास्तविक जरूरतमंदों को बगैर राजनैतिक आधार पर मिले।
ऐसे आदेश देने की मांग विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने कलेक्टर शशांक मिश्र से कर चेतावनी देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के दौरान गरीबों के लिए भेजा गया गेहूॅं को भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढने दिया जायेगा।
विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने कहा कि आम नागरिकों से शिकायत प्राप्त हो रही हैं कि बेघर, माईग्रेन्ट लेबर, आवागमन रूकने से आयोजित राहत केन्द्र तथा अन्य स्थानों पर रूके परिवारों को भोजन उपलब्ध कराने हेतू शासन द्वारा
हजार क्विंटल गेहूॅं नागदा-खाचरौद अनुभाग में निःशुल्क बाँटने हेतू आवंटित किया गया है। उन्हें न देते हुए अपात्र लोगों को दिया जा रहा है।
विधायक ने कहा है कि जो गरीब है, शासन की विभिन्न श्रेणीयों में जिन्हें राशन की पात्रता है उन्हें छोडकर देने के निर्देश हैं के बावजुद भी अधिकारियों एवं कन्ट्रोल डीलर्स की साठगांठ से राजनैतिक आधार पर 15 किलो गेहूॅं अपात्र परिवार को बगैर जांच करे गुपचुप तरीके से दिया जा रहा है। जो की नियम विरुद्ध है।
प्रशासन को चाहिए की वो वास्तविक गरीब व्यक्यिों जिन्हें खाद्यान्न की आवश्यकता है को चिन्हित कर बाँटना चाहिए। यदि शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो आगामी विधानसभा में इस मुद्दे को उठाकर भ्रष्टाचारियों के चेहरों को बेनकाब किया जायेगा।
विधायक ने एसडीएम से अनुरोध किया है कि नागदा-खाचरौद क्षेत्र में बहुत सी सामाजिक संस्थाऐं गरीबों को भोजन पैकेट बनाकर वितरण कर रही हैं उन्हें भी इस योजना अनुसार पर्याप्त मात्रा में गेहूॅं का आंवटन किया जाये जिससे की क्षेत्र में कोई व्यक्ति भुखा न सोये। लाॅकडाउन की अवधि में बेघर, माईगे्रन्ट लेबर, आवागमन रूकने के कारण संचालित राहत केम्प एवं अन्य ऐसे स्थानों पर रूके हुए परिवारों को राहत के रूप में भोजन उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं दानदाताओं से प्राप्त सामग्री के साथ इस खाद्यान्न का उपयोग कच्चा राशन वितरण, भोजन पैकेट वितरण में किया जा सकता है। ऐसे शासन के निर्देश हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट संजय शर्मा नागदा।